आध्यात्मिक: भारत मे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को जगत पिता के नाम जाना जाता है। जो मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम को नहीं पूजता वह हिन्दू धर्म मे नास्तिक के रूप में देखा जाता है। क्योंकि भारत मे राम के नाम से सिर्फ आस्था नहीं जुड़ी है बल्कि राम भारत के हर व्यक्ति की भावना है। हर घर मे राम पूजनीय है वही प्रभु श्री राम के 108 ऐसे नाम है जिनका जाप करने से किसी के भी कष्टों का नाश हो जाता है और उसे इस संसार मे सुख का आगमन होता है। भगवान के 108 नाम का जाप करना यदि सम्भव नहीं हो तो आप 11 या 21 नामों का भी जाप कर सकते हैं।
जाने प्रभु श्री राम के 108 नाम:-
1) ऊँ श्री राजीव लोचनाय नम:
2) ऊँ श्री रामाया नम:
3) ऊँ श्री रामभद्राय नम:
4) ऊँ श्री राजेन्द्राय नम:
5) ऊँ श्री जानकी पतये नम:
6) ऊँ श्री परमेश्वराय नम:
7) ऊँ श्री जनार्दनाय नम:
8) ऊँ श्री शत्रुजिते नम:
9) ऊँ श्री सर्वज्ञाय नम:
10) ऊँ श्री बालिमर्दनाय नम:
11) ऊँ श्री आत्मवते नम:
12) ऊँ श्री विश्वरुपाय नम:
13) ऊँ श्री कौसलेशाय नम:
14) ऊँ श्री विश्वकृते नम:
15) ऊँ श्री सत्यव्रताय नम:
16) ऊँ श्री परमधार्मिकाय नम:
17) ऊँ श्री लोकात्मने नम:
18) ऊँ श्री अनादये नम:
19) ऊँ श्री दयाकराय नम:
20) ऊँ श्री ब्रह्मण्याय नम:
21) ऊँ श्री हरये नम:
22) ऊँ श्री पुरातनाय नम:
23) ऊँ श्री हंसाय नम:
24) ऊँ श्री सुग्रीववरदाय नम:
25) ऊँ श्री चतुर्वाहवे नम:
26) ऊँ श्री स्मृति मते नम:
27) ऊँ श्री धीराय नम:
28) ऊँ श्री श्यामाय नम:
29) ऊँ श्री लक्ष्मणाग्रजाय नम:
30) ऊँ श्री शूराय नम:
31) ऊँ श्री आनन्दाय नम:
32) ऊँ श्री धनुर्वेदाय नम:
33) ऊँ श्री गुण श्रेष्ठाय नम:
34) ऊँ श्री दुर्ज्ञेयाय नम:
35) ऊँ श्री पूर्णाय नम:
36) ऊँ श्री अनन्त दृष्ट्ये नम:
37) ऊँ श्री धनुर्धराय नम:
38) ऊँ श्री गुणश्रेष्टाय नम:
39) ऊँ श्री महाकायाय नम:
40) ऊँ श्री विनीतात्मने नम:
41) ऊँ श्री तपस्वीशाय नम:
42) ऊँ श्री जनेश्वराय नम:
43) ऊँ श्री कल्पाय नम:
44) ऊँ श्री सर्वकामदाय नम:
45) ऊँ श्री पुरुषाय नम:
46) ऊँ श्री केशवाय नम:
47) ऊँ श्री हनुमतप्रभवे नम:
48) ऊँ श्री सत्यवादिने नम:
49) ऊँ श्री सुखदाय नम:
50) ऊँ श्री संसारोत्तमाय नम:
51) ऊँ श्री सीताशोक विनाशकृते नम:
52) ऊँ श्री पुण्डरीकाक्षाय नम:
53) ऊँ श्री मारीच मथनाय नम:
54) ऊँ श्री किरीटिने नम:
55) ऊँ श्री जन्मरहिताय नम:
56) ऊँ श्री सर्वगोचराय नम:
57) ऊँ श्री अनुत्तमाय नम:
58) ऊँ श्री गुणसागराय नम:
59) ऊँ श्री सदगतये नम:
60) ऊँ श्री उउपेन्द्राय नम:
61) ऊँ श्री गोविन्दाय नम:
62) ऊँ श्री रत्नगर्भाय नम:
63) ऊँ श्री वाचस्पतये नम:
64) ऊँ श्री जानकी बल्लभाय नम:
65) ऊँ श्री प्रीति वर्धनाय नम:
66) ऊँ श्री निरंजनाय नम:
67) ऊँ श्री जगन्नाथाय नम:
68) ऊँ श्री वसुदाय नम:
69) ऊँ श्री सिद्धिदाय नम:
70) ऊँ श्री शक्ति मते नम:
71) ऊँ श्री कमला पतये नम:
72) ऊँ श्री मत्स्य रुपाय नम:
73) ऊँ श्री नर नारायणाय नम:
74) ऊँ श्री व्यासाय नम:
75) ऊँ श्री पृत्थु नम:
76) ऊँ श्री दत्तात्रेयरुपाय नम:
77) ऊँ श्री उपेन्द्राय नम:
78) ऊँ श्री मोहनी रुपाय नम:
79) ऊँ श्री पर्जन्याय नम:
80) ऊँ श्री राक्षसान्त कृते नम:
81) ऊँ श्री दिव्ययुधधराय नम:
82) ऊँ श्री जनकप्रिय कृते नम:
83) ऊँ श्री सूक्ष्माय नम:
84) ऊँ श्री अच्युताय नम:
85) ऊँ श्री निर्लेपाय नम:
86) ऊँ श्री सर्वव्यापिने नम:
87) ऊँ श्री वर्णश्रेष्ठाय नम:
88) ऊँ श्री सुखप्रदाय नम:
89) ऊँ श्री देवाधिदेवाय नम:
90) ऊँ श्री शांगपाणये नम:
91) ऊँ श्री पितृभक्ताय नम:
92) ऊँ श्री मुनिसेविताय नम:
93) ऊँ श्री कलानिधये नम:
94) ऊँ श्री भवभंज्जनाय नम:
95) ऊँ श्री सहस्त्रपदे नम:
96) ऊँ श्री अधर्म शत्रुवे नम:
97) ऊँ श्री हिरण्यगर्भाय नम:
98) ऊँ श्री शिवपूजारलाय नम:
99) ऊँ श्री भवानी प्रियकृते नम:
100) ऊँ श्री नीललोहिताय नम:
101) ऊँ श्री कलाधराय नम:
102) ऊँ श्री सुलभाय नम:
103) ऊँ श्री पापनाशकृते नम:
104) ऊँ श्री चतुर्वर्गफलाय नम:
105) ऊँ श्री परमार्थ गुरवे नम:
106) ऊँ श्री मधूसूदनाय नम:
107) ऊँ श्री भूवनेश्वराय नम:
108) ऊँ श्री प्रीतिवर्धनाय नम: