आध्यात्मिक– वक्त सभी का बदलता है। यदि आज किसी का अच्छा वक्त है तो हो सकता है कल उसे बुरा वक्त देखना पड़े। लेकिन कई लोग बुरे वक्त में घबराने लगते हैं और अपने आप से व्यथित होकर कई गलत कदम उठा लेते हैं।
लेकिन आचार्य चाणक्य ने बुरे वक्त को लेकर कुछ अमुख बातें कहीं हैं। उनके अनुसार यदि कोई व्यक्ति बुरे वक्त में इन बातों को में रखता है। तो उसे कभी भी परेशानियों से नहीं जूझना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक यदि आप पर कभी बुरा वक्त आए। तो आपको उससे घबराना नहीं चाहिए और संघर्ष के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। क्योंकि जो घबरा जाता है वह परिस्थितियों से हार जाता है और उसे जीवन भर दुख झेलना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि बुरा वक्त प्रभावी हो तो व्यक्ति को गलत मार्ग पर नहीं चलना चाहिए। क्योंकि यदि आप गलत मार्ग पर प्रशस्त होते हैं। तो आपको कष्ट झेलनें पड़ते हैं और आप सदैव दुखी ही रहते हैं।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि बुरा वक्त आए तो आपको कभी भी गुस्सा नहीं करना चाहिए। अपनी बातों को सोच समझ कर कहना चाहिए। क्योंकि यदि आप अपने गुस्से पर काबू नहीं पाते हैं। तो आप परिस्थितियों से हार जाते हैं और आपको सदौव कष्ट झेलना पड़ता है।