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आध्यत्मिक– मनुष्य का जीवन संघर्ष से सुंदर बनता है। यह बात तो हम सभी जानते हैं। लेकिन अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए मनुष्य को क्या क्या संघर्ष करने चाहिए यह हम शायद नहीं जानते हैं। 
वही अगर हम बात आचार्य चाणक्य की करें तो इन्होंने जीवन को बेहतर बनाने हेतु कई अहम उपाय बताए हैं। जो एक व्यक्ति के जीवन को न सिर्फ बेहतर बनाते हैं बल्कि जो उन नियमों के मुताबिक अपना जीवन यापन करता है उसे अपने जीवन मे सुख प्राप्त होता है।
लेकिन आज हम आचार्य चाणक्य की उन बातों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। जो यह बताती है कि अगर उनका आपके जीवन में वास हुआ तो आपका जीवन कष्टों से घिरा रहेगा।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति कर्ज में डूबा हुआ है। तो उसका जीवन कष्टों से घिरा रहेगा और उसे अपने जीवन मे कभी भी तरक्की नहीं मिलेगी। चाणक्य के मुताबिक व्यक्ति को कम में अपना गुजारा करना चाहिए लेकिन किसी भी व्यक्ति से कर्ज नहीं लेना चाहिए।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक अगर परिवार में बच्चों के साथ परिजन अलग अलग तरह का व्यवहार करते हैं। तो यह सुखमय जीवन को दुख में बदल देता है। घर मे परिजनों का यह व्यवहार कलह बन जाता है और बच्चे अपनो का सम्मान नहीं करते हैं।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक जो संतान अपने माता पिता का आदर नहीं करती है और झूठ बोलती है। वह कभी भी अपने जीवन मे सफल नहीं हो सकती है। वही उसका यह व्यवहार परिवार के लिए समस्या बनाता है और परिजन समेत पूरा घर परेशानियों से जूझता रहता है।