डेस्क। गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाए जाने वाला त्योहार है। इसको गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इसको विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
वहीं शास्त्रों की माने तो ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। जानकारी के अनुसार इस वर्ष गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को पड़ रही है।
इस दिन सनातन धर्म में मानने वाले लोग गणेश जी की प्रतिमा को घर में लाते हैं और उनकी पूजा- अर्चना भी करते हैं। साथ ही अनंत चतुर्थी के दिन बहते हुए जल में बप्पा का विसर्जन कर उनको विदा किया जाता है।
पर इस साल एक दशक के बाद ऐसा दुर्लभ योग बन रहा है। जिसने इस त्योहार के महत्व को और भी बढ़ा दिया है।
वैदिक पंचांग की माने तो इस साल गणेश चतुर्थी पर एक ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है, जो भगवान गणेश के जन्मोत्सव के समय बना था इसके साथ ही बता दें कि यह संयोग 10 पहले बना था। वहीं शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को दिन के समय में हुआ था। साथ ही यह दिन बुधवार का था। इस साल गणेश चतुर्थी के दिन भी कुछ ऐसा ही संयोग बन रहा है।
इस साल भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि बुधवार के दिन में रहेगी। वहीं इस शुभ संयोग में गणपति की पूजा करना भक्तों के लिए बेहद मंगलकारी होगा।
साथ ही भगवान गणेश जी की पूजा- अर्चना करने से सभी कष्टों का नाश और साथ ही घर में सुख- समृद्धि का वास रहेगा।
जानिए गणेश पूजा शुभ मुहूर्त
अमृत योग- सुबह 07 बजकर 04 मिनट से लेकर 08 बजकर 41 मिनट तक रहेगा
शुभ योग- सुबह 10 बजकर 14 से लेकर 11 बजकर 51 मिनट तक है
रवि योग- सुबह 5 बजकर 57 मिनट से देर रात 12 बजकर 12 मिटन तक रहने वाला है।
इन योगों में गणेश जी की स्थापना और पूजा- अर्चना करना बहुत ही शुभ माना जाता है।