ज्ञान- कई बार हम सफल हो जाते हैं लेकिन हमारी सफलता अधिक दिनों तक नहीं टिकी रह पाती है। हम समझ नहीं पाते हैं कि आखिर हमारे भीतर क्या कमी है कि हमारी सफलता लम्बे समय तक नहीं टिक पाती है।
वहीं आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि आप सफल हो गए हैं और आपकी सफलता लम्बे समय तक नहीं टिक पा रही है तो इसका एक मात्र मूलभूत कारण गुस्सा होता है। आचार्य चाणक्य का कहना है कि अगर आप गुस्से पर काबू नहीं रख पाते हैं तो आप अपने जीवन मे कभी भी सफल नहीं हो सकते हैं।
आचार्य चाणक्य का मानना है कि व्यक्ति का गुस्सा उसकी सफलता में सबसे बड़ी बाधा बनता है। क्योंकि क्रोध में आकर हम अपना बना बनाया काम बिगाड़ देते हैं और हमारी सफलता हमारे पास आकर भी हमारी नहीं हो पाती है।