डेस्क। मार्गशीर्ष माह बहुत जल्द ही खत्म होने वाला है। हिंदू पंचांग के अनुसार से इस महीने के बाद से ही पौष महीने की शुरूआत हो जाती है और हिंदू धर्म में पौष का महीना (paush month 2022-23) भगवान सूर्य को समर्पित होता है।
ऐसी मान्यता है, कि इस महीने में भगवान सूर्य की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा भी प्राप्त होती है। आपको बता दें इस महीने में पिंडदान एवं श्राद्ध जैसे भी कार्य भी किये जाते हैं। वहीं हिन्दू शास्त्र में इस महीने को (Poos Mahina 2022) पितृपक्ष के रूप में भी मनाया जाता है।
ऐसा भी कहा जाता हैं कि इस माह में श्राद्ध या पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति भी मिलती हैं और व्यक्ति को बैकुंठ की प्राप्ति होती हैं। इसके अलावा आपको बता दें इस महीने में कुछ लोग भगवान सूर्य को अर्घ्य भी देते हैं। वहीं ज्योतिषियों के अनुसार पौष के महीने (paush month 2022 in hindi) में भगवान सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
इसी कारण से सभी मांगलिक कार्य कुछ दिनों के लिए रूक जाएगे और ऐसे में यदि आपके घर में कोई मांगलिक कार्य करने की योजना बन रही हैं, तो आपको उससे पहले पौष का महीना (when will paush month end 2022) कब से कब तक रहेगा इसे भी जरूर जान लेना चाहिए।
तो अब आप बिना देर किए हुए जान लें कि पौष का महीना कब से कब तक रहने वाला हैं।
हिंदू पंचांग की माने तो साल 2022 में पौष का महीना 9 दिसंबर 2022, से शुरू होने ही वाला है। जिसकी समाप्ति 7 जनवरी 2023 में होगी। और आपको बता दें इस दौरान आप कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य भी नहीं कर सकते हैं।
जानिए पूस के महीने के नियम
पौष यानी पूस के महीने में शुभ काम करने की मनाही बताई गई है। पंडितों के अनुसार ऐसे समय में व्यक्ति को भगवान सूर्य की पूरी भक्ति से पूजा आराधना भी करनी चाहिए। ऐसा करने से आपका तेज, बल, बुद्धि, यश, विद्या और धन भी बढ़ सकता हैं। और आप चाहें तो इस दौरान रविवार का उपवास रखकर भी सूर्य देव की आराधना आराम से कर सकते हैं।