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दीपावली का त्योहार हिंदुओं के लिए बहुत ही मुख्य त्योहार होता है। प्रति वर्ष दिवाली का पर्व अमावस्या के दिन पड़ता है। इस दिन भगवान श्री राम, रावण का वध करके माता सीता जी और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे थे।

श्री राम, लक्ष्मण जी और माता सीता के अयोध्या वापस लौटने की खुशी में सारे अयोध्यावासियों ने घी के दिए जला कर उनका स्वागत किया था। इसी के चलते दिवाली के दिन लोग अपने घर में दीपक जलाते हैं।

लेकिन क्या आज जातने है कि दीपक जलाने के अपने कुछ खास नियम भी होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, दिवाली की रात अपने घर के अलावा कई और जगहों पर भी दीपक जलाने चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी की खास कृपा बनती है।

पीपल के पेड़ के नीचे..
दिवाली की रात पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जरूर जलाएं। दीपक जलाने के बाद वापस पीछे पलट कर नहीं देखना चाहिये। दीपक जलाने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी।

पास के मंदिर में जलाएं दीपक…
घर के अलावा आस पास के मंदिर भी में दीपक जलाएं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी के अलावा सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलेगा।

घर के पास चौराहे पर भी जलाएं दीपक…
यदि आपके घर के आस पास चौराहा है तो वहां पर दीपक जलाना न भूलें। ऐसा करने से आपकी पैसों की तंगी दूर होगी और मां लक्ष्‍मी का वास हमेशा घर में बना रहेगा।

बेल पत्र के पेड़ के नीचे…
दिवाली की रात एक दीपक बेल पत्र के पेड़ के नीचे जरूर रखें। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा आप पर सालों साल बनी रहेगी।

श्मशान में भी जलाएं दिए…
अगर आपके घर के आस पास कोई श्‍मशान घाट हो तो वहां पर दीपक जरूर जलाएं। यदि आपके जीवन में ग्रह नक्षत्र का दोष है तो वह दूर हो जाएगा।