Diwali 2021: दिवाली भारत का मुख्य उत्सव है। इस दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। फर्श की सजावट की जाती है और पूरे घर को दीयों, मोमबत्तियों और रोशनी से सजाया जाता है। परिवार उपहारों और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं और शाम को हंसी, खुशी और प्रार्थना के साथ मनाते हैं। उपहारों, मिठाइयों और आशीर्वादों का आदान-प्रदान करके एक-दूसरे के लिए अपने प्यार का इजहार करते हैं।
दीपावली का पूरा दिन ही बहुत शुभ माना जाता है।
दिवाली के दिन किसी भी समय आप पूजन कर सकते हैं लेकिन प्रदोष काल से लेकर निशाकाल तक का समय लक्ष्मी पूजन के लिए बहुत शुभ होता है। जो इस दिन बही बसना पूजन करने हैं, उनको ही राहु काल का विचार करना चाहिए, जो लोग सिर्फ गणेश लक्ष्मी जी का पूजन करें उनको विचार नहीं करना चाहिए, क्योंकि अमावस्या तिथि पर राहु काल का दोष नहीं होता।
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त 04 नवंबर शाम 06:32 से 06:45 बजे तक
प्रदोष काल मुहूर्त 04 नवंबर शाम 05:38 से रात्रि 08:15 तक
वृषभ काल मुहूर्त 04 नवंबर शाम 06:20 से रात्रि 08:17 तक
वैसे तो दिवाली के दिन आप किसी भी मुहूर्त में लक्ष्मी जी और भगवान गणपति का पूजन कर सकते हैं, लेकिन उत्तम मुहूर्त में की गई पूजा विशेष लाभकारी होती है। इसीलिए हमें दीपावली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश जी का पूजन उत्तम मुहूर्त और शुभ लग्न तथा चौघड़िया आदि में ही करना चाहिए।