Holashtak 2023 : 27 जनवरी से होलाष्टक आरम्भ(Holastak start 27 Feb) हो गया है। जिसका समापम 7 मार्च को होगा और इसके समापन के साथ 8 मार्च को रंगों का प्रमुख पर्व होली(Holi) मनाई जाएगी। हिन्दू पंचांग के मुताबिक होलाष्टक(holastak) के दौरान कुछ अमुख नियमों का पालन करना आवश्यक है। यदि आप उनका पालन नहीं करते हैं तो आपको अपने जीवन मे समस्याओं से जूझना पड़ता है।
आध्यात्म के मुताबिक होलाष्टक के दौरान कोई भी मांगलिक काम नहीं होता है। अगर कोई व्यक्ति इस दौरान कोई मांगलिक कार्यक्रम करता है तो इसका उसपर दुष्प्रभाव पड़ता है और उसे समस्याओं से जूझना पड़ता है।
जानें होलाष्टक के दौरान क्या न करें-
आध्यायम के मुताबिक होलाष्टक के दौरान कोई वैवाहिक कार्यक्रम, जनेऊ संस्कार, ग्रह प्रवेश, मुंडन कार्यक्रम नहीं करने चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको नकारात्मक प्रभाव झेलना पड़ता है।
अगर होलाष्टक के दौरान आप धन का लेंन देंन करते हैं। तो आपके घर से सुख-समृद्धि चली जाती है। वहीं माता लक्ष्मी आपसे रूष्ट हो जाती हैं।
होलाष्टक के दौरान किसी भी व्यक्ति को नए वाहन या किसी नई वस्तु की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। इसे अशुभ माना गया है।
होलाष्टक के दौरान नवविवाहित कन्या को मायके जाने को कहा जाता है। कहते हैं पहली होली ससुराल में नहीं मनाई जानी चाहिए। अगर आप अपनी ससुराल में होली का पर्व मनाती हैं तो इससे आपका विवाहित जीवन प्रभावित होता है।