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डेस्कNegative Energy। आप के चाहे अनचाहे भी निगेटिव एनर्जी (negative energy) आपके जीवन में आ ही जाती है। जिस कारण से आपके घर में खुशहाली भंग हो जाती है और चारों ओर नकारात्मकता छाने (negative energy in house) लगती है। आपको कुछ अच्छा नहीं लगता, किसी काम मे न तो मन लगता है ना ही सफलता मिलती हैं। हमेशा कोई न कोई समस्या बनी रहती है तो आप के ऊपर किसी बुरी शक्ति का प्रभाव हो सकता है।

नकारात्मकता लोगों के जीवन का सुख-चैन छीन लेती हैं। कई बार तो ऐसा होता है कि हम खुद ही नहीं जान पाते। कई बार गृहदोष के कारण भी ऐसा होता है। आज हम आपको बताएंगे कि किन चीजों से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है और धन व सुख का अभाव भी बढ़ता है। और आपको घर में भूलकर भी इन कामों (negative energy remedies) को नहीं करना चाहिए।

क्या नहीं करना चाहिए

शास्त्रों की माने तो हमें रात में कभी भी सुगंधित चीजें जैसे परफ्यूम, इत्र आदि नहीं लगाना चाहिए। तेज सुंगध से नकारात्मक शक्तियां आपकी तरफ (get rid of negative energy) आती है। अगर आप ऐसा करेंगे तो नेगेटिव एनर्जी आपको अपना शिकार आसानी से बना लेगी। 

बता दें कि ऐसा भी माना जाता है कि जहां पर नियमित रूप से भगवान का नाम लिया जाता है, दीपक जलता है, मंत्रों का जाप होता है वहां नेगिटिविटी कभी वास नहीं कर सकती। ऐसे में आपको घर में पूजा घर की स्थापना करनी चाहिए। क्योंकि जिस घर में ईश्वर का वास होता है वहां नकारात्मकता दूर-दूर तक नहीं आ सकती।

आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि घर के किसी भी कोने में निरंतर अंधेरा न हो। कार्यस्थान ऑफिस आदि में भी लाइट जला कर ही रखें। ज्यादा समय तक यहां अंधेरा रहने से नकारात्मकता का वास हो जाता। इसलिए इस बात का भी ध्यान रखें। 

बता दें जिस घर में गंदगी रहती है वहां भी नकारात्मकता का विकास बहुत जल्द ही होता है। इसलिए घर को और खुद को साफ रखें। जहां साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है, वहां न तो नकारात्मकता का न ही अलक्ष्मी का वास होता है वहां केवल सुख समृद्धि ही रहती है।

क्या हैं घर में मौजूद नकारात्मकता के संकेत (sign of negative energy)

अगर आपके घर में बिना बात के बार-बार मतभेद हो रहे हो या फिर लगातार कोई बीमार पड़ रहा है। तो, ये नकारात्मक ऊर्जा के बढ़ने के संकेत हैं।

यदि घर के अंदर हर समय आप खुद को थका हुआ, प्रेरणारहित भ्रमित महसूस करते हो यह भी घर में नकारात्मक ऊर्जा के होने का इशारा करता है।

नकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है तो चीजें आपके अनुरूप नहीं होती। आखिरी पायदान तक पहुंचने के बाद भी काम रुक जाता है। कई आर्थिक दिक्कतें भी होती हैं।