ज्ञान– हमने अक्सर देखा है कि लोग एक दूसरे से सामान मांग कर अपना काम चलाते हैं। वहीं कुछ लोगों की आदत उधार सामान मांगने की है। लेकिन आचार्य चाणक्य का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति कुछ विशेष चीजों को उधार लेता है। तो यह दरिद्रता का प्रतीक है। ऐसी चीज़ें व्यक्ति को दरिद्र बनाती हैं और उसकी तरक्की रुक जाती है।
जानें किन चीजों को कभी नहीं लेना चाहिए उधार-
नमक-
नमक घर के भोजन में उपयोग होने वाली सबसे महत्वपूर्ण वस्तु है। नमक के बिना भोजन में स्वाद नहीं आता है। लेकिन वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि आप किसी व्यक्ति को नमक उधार देते हैं या किसी से नमक लेते हैं। तो आपके घर मे दरिद्रता का वास हो जाता है। वहीं आचार्य चाणक्य का कहना है कि नमक उधार लेने और देने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है और घर की सुख-समृद्धि नष्ट हो जाती है।
कंघा-
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति की प्रत्येक उपयोग की गई वस्तु का कनेक्शन उसकी किस्मत से है। अगर आप किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा उपयोग किया गया कंघा इस्तेमाल करते हैं तो आपको समस्याओं से जूझना पड़ सकता है और आपका स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है।
पुस्तक और पढाई की सामग्री-
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति का ज्ञान उसकी सफलता का मार्ग निर्धारित करता है। जो व्यक्ति अपने ज्ञान को बढ़ाता है। उसे जीवन मे कभी भी समस्याओं से नहीं जूझना पड़ता। लेकिन अगर कोई पढाई की सामग्री उधार लेकर पढाई करता है और दूसरों पर ही निर्भर रहता है। तो उसके ज्ञान अर्जित करने में बाधाएं उत्पन्न होती हैं और उसका यह उधार प्रत्यक्ष रूप से उसकी सफलता को प्रभावित करता है।
आभूषण-
आचार्य चाणक्य का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति दूसरों से आभूषण उधार लेता है। तो उस व्यक्ति को समस्याओं से जूझना पड़ता है। घर मे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है। वहीं व्यक्ति को दूसरों की ऊर्जा प्रभावित करने लगती है। जिससे व्यक्ति का भाग्य उसका साथ नहीं देता है।