आध्यात्मिक – हमारे जीवन पर हमारे धार्मिक ग्रंथो का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। यदि हम धार्मिक ग्रंथो में बताये गए नियमो के मुताबिक़ अपना जीवन यापन करते है तो हमारा सम्पूर्ण जीवन सुखमय व्यतीत होता है और हमारे जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते है। लेकिन कुछ लोग ऐसा भाग्य लेकर जन्म लेते है जो अनेको प्रयास के बाद भी सुखी नहीं रह पाते और उनका पूरा जीवन कष्ट में गुजर जाता है। तो आइये आज जानते है उन लोगो के बारे में जो अपने जीवन में झेलते है सबसे अधिक कष्ट।
धार्मिक ग्रंथो के अनुसार अगर कोई वव्यक्ति दुसरो से घृणा करता है और उसकी सफलता देखकर दुखी होता है। हमेशा उसके सुख और सौंदर्य को देखकर अपना मन जलाता रहता है उसे अपने जीवन में कभी सुख प्राप्त नहीं होता है। ऐसे व्यक्ति धन धान्य से परिपूर्ण होने के बाद भी दुःख झेलते है।
वही अगर कोई व्यक्ति अपने व्यक्तित्व का निर्माण किसी अन्य की बुध्दि के आधार पर करता है तो उसका विनाश निश्चित है। ऐसे व्यक्ति को अपने जीवन में कभी भी सफलता हासिल नहीं होती है और यह हर वक्त दुखी रहते है।
धार्मिक ग्रंथो ने यह भी कहा गया है की अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में सुख प्राप्त करना चाहता है। तो उसे हमेशा खुश रहना चहिये दूसरो का सहारा बनना चहिये और सभी की सफलता में खुश होते हुए सभी के साथ सकारात्मक दृष्टिकोण से खड़ा होना चहिये। यदि आप सभी की खुशी में बिना ईर्ष्या के भाव से खुश होते है तो आपपर ईश्वर की कृपा बनी रहती है और आपका जीवन सुखी रहता है. वही अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपको अपनेसम्पूर्ण जीवन में दुःख झेलना पड़ता है।