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आध्यात्मिक– कलयुग में शिव को प्राप्त करने के महज दो तरीके हैं। एक ओम नमः शिवाय का जाप और दूसरा रुद्राक्ष। रुद्राक्ष भगवान शिव को सर्वाधिक प्रिय है। इसे शिव का अंश भी माना जाता है। कहते हैं अगर आप रुद्राक्ष धारण करते हैं तो आपका मन शांत रहता है और आपको नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
ज्योतिष के मुताबिक रुद्राक्ष व्यक्ति को अपनी कुंडली मे मौजूद ग्रहों की स्थिति के मुताबिक धारण करना चाहिए। वही धर्म ग्रंथ में रुद्राक्ष धारण करने के कुछ नियम बताए गए हैं। कहा जाता है रुद्राक्ष वैसे तो काफी फायदेमंद है लेकिन अगर आप इसे गलत तरीके से धारण कर लेते हैं तो यह आपपर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

जाने रुद्राक्ष धारण करने के नियम-

अगर आप मांसाहारी भोजन करते हैं। तो आपको रुद्राक्ष कभी नही धारण करना चाहिए। इससे भगवान शिव नाराज होते हैं और आपको उनका प्रकोप झेलना पड़ेगा। घर मे लोग परेशान रहेंगे। क्योंकि ऐसे लोग जब रुद्राक्ष धारण करते हैं तो वह अशुद्ध हो जाता है।
व्यक्ति को रात में सोते वक्त रुद्राक्ष निकाल देना चाहिए और उसे अपने तकिए के नीचे रख लेना चाहिए। इससे आपको बुरे सपने नही आते हैं और मन शांत रहता है। वही अगर आप रुद्राक्ष पहकर सोते है। तो इससे आपको नींद नही आती है।
अगर आप किसी के अंतिम क्रियाक्रम में जाते हैं। तो आपको ऐसी जगहों पर रुद्राक्ष पहनकर नही जाना चाहिए। क्योंकि इन जगहों पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है। यह आपको प्रभावित कर सकता है और आपको परेशानियों से जूझना पड़ सकता है।