Important Rules for Tulsi : सनातम धर्म सबसे पुराना धर्म माना जाता है। सनातन की महिमा अपरम्पार है। सनातन को जो मानता है उसका जीवन व्यवस्थित रहता है। वही सनातन धर्म में तुलसी का पौधा पूज्यनीय है। घर में कोई भी मांगलिक कार्य हो तो सबसे पहले तुलसी पूजन किया जाता है। यदि घर में विधि-विधान से तुलसी का पूजन होता है तो सकारात्मकता आती है और सुख-समृद्धि का वास होता है। लेकिन अगर कोई तुलसी से जुड़े विशेष नियमों को नहीं मानता है, तुलसी को घर में स्थापित करने और उसे घर से हटाने की सही विधि नहीं अपनाता है तो इसका घर और व्यक्ति के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
जानें तुलसी के साथ क्या नहीं करना चाहिए –
सनातन के मुताबिक़ तुलसी के पौधे पर रविवार के दिन कभी भी जल नहीं अर्पित करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का जन्म होता है।
आध्यात्म के मुताबिक तुलसी की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है। व्यक्ति को रोजाना तुलसी की पूजा करनी चाहिए और शाम को तुलसी के पास घी का दीपक जलाना चाहिए।
अगर आपके घर में तुलसी का पौधा किसी कमरे में रखा है और सूर्य की रोशनी उसपर नहीं पड़ती है तो यह अशुभ माना जाता है उसे हमेशा खुले स्थान पर रखना चाहिए।
तुलसी के पौधे को सदैव घर के आंगन में लगाने का प्रयास करना चाहिए। इससे माता लक्ष्मी की कृपा सदैव आप पर बनी रहती है।
आध्यात्म के मुताबिक़ यदि घर में तुलसी का पौधा लगा है तो उसे सदैव हरा-भरा रहना चाहिए। यदि तुलसी का पौधा बार-बार सूख रहा है तो यह आर्थिक नुकसान के संकेत देता है।