अनमोल वजन- आज समय नहीं बदला है बल्कि समय के साथ लोगों का व्यवहार बदल गया है। अब लोग किसी के विषय मे बेहतर विचार नहीं रखते। किसी का हित करने से पूर्व यह सोच लेते हैं कि वह व्यक्ति हमारे लिए कितना फायदेमंद साबित होगा।
वहीं कई लोग ऐसे भी हैं। जिन्हें यह लगता है कि जब हम किसी का हित करने के लिए आगे बढ़ते हैं। तो उसके लिए हमारे पास अपार धन का होना आवश्यक है। अगर हमारे पास धन नहीं है तो हम किसी भी व्यक्ति की मदद नहीं कर सकते हैं।
लेकिन ज्ञानात्माओं का कहना है कि जब व्यक्ति किसी की मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाता है। तो उसे अपार धन की नहीं अपितु अच्छे मन की आवश्यकता होती है। आप धन से व्यक्ति को सिर्फ आर्थिक सहायता दे सकते हैं। लेकिन उसकी मदद नहीं कर सकते हैं। लेकिन यदि आपका मन अच्छा है तो आप उसकी प्रत्येक परिस्थिति में मदद कर सकते हैं और उसके लिए ईश्वर का वरदान साबित हो सकते हैं।
इस संसार मे अगर आपको किसी की मदद करने का मन है। तो आप उसके लिए मन से कर्म कीजिए। क्योंकि जब आप मन से कर्म करते हैं तो आपको जीवन मे सुख और लोगों का विश्वास प्राप्त होता है। वहीं यदि आप कर्म धन से किसी स्वार्थ को मन मे रखते हुए करते हैं तो जीवन में आपको समस्याओं से जूझना पड़ता है।