देश: आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को मनाई जाएगी। इस दिन गुरु के पूजन का विशेष महत्व है। कहते हैं यदि आप गुरु पूर्णिमा के दिन अपने गुरुजन से मिलते हैं उनका आशीर्वाद लेते हैं तो आपको ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
यदि गुरु पूर्णिमा के दिन आप अपने गुरुजन के साथ नहीं हैं तो आपको उनकी छवि या उनके द्वारा दी गई किसी वस्तु को स्पर्श करते हुए उनकी पूजा अवश्य करनी चाहिए। वहीं यदि गुरु पूर्णिमा के दिन आप अपने गुरु को कोई भेंट देते हैं और इन पांच मंत्रो का जाप करें तो आपका सौभाग्य चमकता है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
ॐ गुरुभ्यों नम:।
ॐ गुं गुरुभ्यो नम:।
ॐ परमतत्वाय नारायणाय गुरुभ्यो नम:।
ॐ वेदाहि गुरु देवाय विद्महे परम गुरुवे धीमहि तन्नौ: गुरु: प्रचोदयात्।
गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर:।
गुरुर्साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम:।।