देश – 6 मई २०२३ से जेष्ठ का महीना शुरू हो रहा है. यह महीना तेज गर्मी आम के सीजन के लिए जाना जाता है.वहीं ज्योतिष के मुताबिक़ यदि आप जेष्ठ माह में कुछ विशेष उपाय करते हैं तो आपके भाग्य का उदय होता है और कुंडली से मंगल दोष दूर हो जाता है. कहते हैं इस महीने में जो व्यक्ति माता लक्ष्मी की अराधना करता है उसके घर में सुख-समृधि का वास होता है और व्यक्ति धन से सम्पन्न होता है.
आध्यात्म के मुताबिक़ यदि कोई व्यक्ति जेष्ठ महीने में एक समय भोजन करता है तो उसको आरोग्य जीवन मिलता है और वह जीवन पर्यंत सुखी रहता है. महाभारत के अनुसार जेष्ठ माह में व्यक्ति को ‘ज्येष्ठामूलं तु यो मासमेकभक्तेन संक्षिपेत्। ऐश्वर्यमतुलं श्रेष्ठं पुमान्स्त्री वा प्रपद्यते।। का जाप करना चाहिए इसके साथ ही अगर आपकी कुंडली में अकाल म्रत्यु का दोष है या आपके मन में नकारात्मक विचार अधिक आते हैं तो आपको जेष्ठ माह में सफेद या काले तिल का दान करना चाहिए और भूखे व्यक्ति को भोजन करवाना चाहिए.
इसके आलावा जेष्ठ माह में सूर्य का ताप अधिक होता है प्रत्येक व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में उठाना चाहिए और सूर्य को अर्घ देना चाहिए इससे व्यक्ति की मान सम्मान प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होती है और अगर व्यक्ति तांबे के बर्तन में भोजन ग्रहण करता है तो उसका स्वास्थ्य बेहतर रहता है. इसके साथ ही जेष्ठ माह में तपन बहुत होती है निर्जीव जानवर के लिए यह महीना काफी कष्टदायक साबित होता है आपको अपने घर की छत पर पानी और उनके लिए दाना अवश्य रखना चाहिए. अगर आप जेष्ठ माह में यह सभी काम करते हैं तो इससे आपका कल्याण होता है और आपके जीवन में सुख-सम्रद्धि बनी रहती है.