ज्ञान:- ईश्वर ने प्रत्येक व्यक्ति को अलग तरीके से बनाया है। इस सम्पूर्ण संसार मे ऐसा कोई नहीं है जो स्वभाव से एक जैसा हो। कोई कठोर भाव का होता है तो कोई अपना स्वभाव नर्म रखता है। कुछ लोगों की आदत होती है कि वह चाहते हैं कि सभी लोग उनके मुताबिक चलें। तो कुछ लोगों की आदत होती है कि जो जीवन में मिला है वह उससे संतुष्ट रहते हैं।
लेकिन आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को जीवन मे सुखी रहना है और सभी का स्नेह प्राप्त करना है। तो उस व्यक्ति को जीवन में कभी भी दुख नहीं झेलना पड़ता। ऐसे लोग सदैव सुखी रहते हैं और उन्हें कभी भी निराशा का सामना नहीं करना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि व्यक्ति विनम्र स्वभाव से किसी को भी जीत सकता है और कोई भी मुकान हासिल कर सकता है। विनम्र स्वभाव के व्यक्ति को हर कोई पसन्द करता है। ऐसे लोग किसी का भी ह्रदय जीतने का सामर्थ्य रखते हैं। इनकी विनम्रता इनकी पहचान होती है और यह अपने विनम्र स्वभाव से हर ओर चर्चा में बने रहते हैं।