मकर संक्रांति 2022 का शुभ मुहूर्त- मकर संक्रांति का क्षण या सूर्य का मकर राशि में प्रवेश: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट पर मकर संक्रांति का पुण्य काल: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 45 मिनट तक मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से शाम 04 बजकर 28 मिनट तक।
पूजा समय- संक्रांति का पुण्य काल 6 घंटे पूर्व से लेकर 6 घंटे बाद तक मान्य होता है। आप 14 जनवरी को सूर्य देव की पूजा सुबह 08 बजकर 43 मिनट के बाद प्रारंभ कर सकते हैं।
मकर संक्रांति पूजा मंत्र- इस दिन आपको सूर्य देव के मंत्र ॐ सूर्याय नम:, ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः, ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर: का जाप करते हुए पूजा कर सकते हैं। जी हाँ और इन तीन मंत्रों में से जो आप आसानी से उच्चारण कर सकें, उसका उपयोग करें।
मकर संक्रांति पूजा विधि- सबसे पहले शुभ मुहूर्त में स्नान कर लें। स्नान के पानी में काला तिल, हल्का गुड़ और गंगाजल मिला लें। अब साफ वस्त्र धारण करें। एक तांबे के लोटे में पानी भर लें। इसके बाद उसमें काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत् आदि मिला लें। अब सूर्य देव को स्मरण करके उनके मंत्र का जाप करें। इसके बाद उनको वह जल अर्पित कर दें। अब आप उनसे अपने निरोगी जीवन और धन्य धान्य से पूर्ण घर देने की मनोकामना करें। ध्यान रहे इस दौरान सूर्य देव की पूजा के बाद शनि देव को काला तिल अर्पित करें। जी दरअसल आज के दिन सूर्य और शनि देव की काले तिल से पूजा करने पर दोनों ही प्रसन्न होते हैं।