आस्था– हमारे गुण हमारे व्यक्तित्व को परिभाषित करते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई ऐसा गुण जरूर होता है जो उसके व्यक्तित्व का या तो लोगो पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। या उसके व्यक्तित्व का उस व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
वही अगर हम बात चाणक्य नीति की करे तो इसमे आचार्य चाणक्य ने जीवन से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की है। कभी व्यक्ति को सफलता का मंत्र दिया है तो कभी उसके जीवन मे उसके लक्ष्य को निर्धारित करने का उसे मार्ग दिखाया है।
वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं चाणक्य शास्त्र की वह बात जिसमे उन्होंने स्त्री के उन गुणों का जिक्र किया है जिनके सामने पुरुष न चाहते हुए भी अपने सब कुछ समर्पित कर देता है और उनकी बराबरी नही कर पाते-
चाणक्य नीति के मुताबिक जो महिला संतुलन बनाकर अपने घर और ऑफिस के काम को करती है। वह पुरुष की तुलना में काफी बेहतर होती है और पुरुष लाख कोशिश कर ले इस तरह की महिलाओं की तुलना नही कर सकता।
चाणक्य नीति में महिलाओं के दूसरे गुण की बखान करते कहा गया है कि महिलाएं एक साथ कई काम करने में निपुण होती है। यह प्रवर्त्ति पुरुषों में नही होती है। यदि महिला बाहर काम करती है तो वह घर मे बच्चो से लेकर परिवार को भी संभालती है। यह का पुरुष चाह कर भी नही कर सकते हैं।
चाणक्य नीति के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक ईमानदार होती है। अगर एक पुरूष यह कहता है कि वह सत्य के साथ है और पूरी निष्ठा के साथ अपना काम कर रहा है । तो इसपर संदेह हो सकता है लेकिन यदि महिला कोई काम करती है तो वह ईमानदारी से करती है और छल कपट महिलाओ की व्यवहारिकता नही होती है।