डेस्क। सुबह की शुरुआत ही आपका दिन बनाती हैं। कहते हैं कि अगर सुबह की शुरुआत अच्छी हो तो पूरा दिन अच्छा ही जाता है।और अगर सुबह कुछ गलत हो जाए तो पूरे दी। बस अपशगुन ही हुआ करते हैं।
हर व्यक्ति यही चाहता है कि सुबह की शुरुआत अच्छी हो और पूरा दिन अच्छा बीते। शास्त्रों में कई ऐसी बातें भी बताई गई हैं, जिन्हें ध्यान में रखा जाए तो सुबह अच्छी ही होती है और पूरा दिन भी अच्छा गुजरता है। इसके साथ ही आपके जीवन की कई परेशानियां भी दूर होती हैं। आपको जीवन में तरक्की और धन-समृद्धि की भी प्राप्त होती है।
शास्त्रों में कई ऐसे उपायों को भी बताया गया है जिसके उपयोग से आपका दिन अच्छा हो ही जाता है। इसी में से एक है सूर्य को जल देना। हिंदू धर्म में सूर्य को देवता मानकर पूजा जाता है। ज्यादातर लोग सुबह उठकर पूजा पाठ करने के बाद सूर्य को अर्घ्य अवश्य देते हैं। ऐसा माना जाता है कि सूर्य को अर्घ्य देने से भाग्योदय होता है और मान सम्मान में भी वृद्धि होती है। ऐसा भी माना जाता है की अगर विवाह में देर हो रही है तो नियमित रूप से सूर्य को जल देने से शीघ्र ही अच्छे रिश्ते आते हैं।
सूर्य को कैसे अर्पित करें जल
धार्मिक मान्यताओं की माने तो, सूर्य देवता को हमेशा तांबे के पात्र से जल अर्पित करना चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि सूर्य को जल प्रातः काल ही चढ़ाएं। सुबह के समय जल अर्पित करने फायदेमंद माना जाता है।
सूर्य को जल देते समय इस मंत्र का करें उचारण
शास्त्रों के अनुसार सूर्य देवता को जलार्पित करते समय ”ऊं आदित्य नम: या ऊं घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करना उचित होता है। ध्यान इस बात का ध्यान रखना है कि सूर्य को जल अर्पित करते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। जल में रोली या फिर लाल चंदन डालकर अर्पित करना और भी फायदे मंद होता हैं। साथ ही सूरज को लाल फूल अर्पित करना भी बेहद फायदेमंद बताया जाता है।
सूर्य को जल चढ़ाने के साथ ”ऊँ नमो भगवते श्री सूर्याय क्षी तेजसे नम: ऊँ खेचराय नम:” मंत्र का जाप करने से बल, बुद्धि, विद्या और दिव्यता की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही रोजाना सूर्य को जल चढ़ाने से सूर्य देव का प्रभाव शरीर में भी बढ़ता है। और आप में ऊर्जा की भी वृर्द्धि होती है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार प्रतिदिन सूर्य को जल देने से आत्म शुद्धि और बल की प्राप्ति होती है। साथ ही समाज में मान सम्मान भी बढ़ता है।