19 जनवरी 2025 का पंचांग: जानें आज का शुभ और अशुभ समय
क्या आप जानना चाहते हैं कि 19 जनवरी 2025 को क्या विशेष है? आज का दिन आपके लिए कैसा रहेगा? क्या आज कोई शुभ काम करने का दिन है या नहीं? अगर आप भी इन सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं, तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं! इस लेख में हम आपको 19 जनवरी 2025 का संपूर्ण पंचांग प्रदान करेंगे, जिसमें तिथि, नक्षत्र, योग, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त, शुभ और अशुभ मुहूर्त, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है। इससे आपको आज के दिन की योजना बनाने में मदद मिलेगी और आप अपने कामों को शुभ समय के अनुसार कर पाएंगे।
तिथि और नक्षत्र
19 जनवरी 2025 को कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि सुबह 05:30 बजे से शुरू होकर सुबह 07:31 बजे तक रहेगी। इसके बाद कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि शुरू होगी। आज का नक्षत्र उत्तर फाल्गुनी दोपहर 02:51 बजे से शाम 05:30 बजे तक रहेगा। इसके बाद हस्त नक्षत्र शुरू होगा।
योग और सूर्य-चंद्र का समय
आज का योग अतिगण्ड सुबह 01:15 बजे से शुरू होकर अगले दिन सुबह 01:57 बजे तक रहेगा। इसके बाद सुकर्मा योग शुरू होगा। सूर्योदय सुबह 7:14 बजे और सूर्यास्त शाम 6:01 बजे होगा। चंद्रोदय रात 10:59 बजे और चंद्रास्त अगले दिन सुबह 11:02 बजे होगा। यह जानकारी आपके दैनिक कार्यों की योजना बनाने में सहायक होगी।
शुभ और अशुभ मुहूर्त
आज के दिन कुछ अशुभ काल भी हैं जिनमें रात्रि 4:40 से 6:00 बजे तक राहू काल है। यम गण्ड दोपहर 12:37 बजे से 1:58 बजे तक रहेगा। कुलिक दोपहर 3:19 बजे से 4:40 बजे तक और दुर्मुहूर्त शाम 4:34 बजे से 5:17 बजे तक रहेगा। वर्ज्यम् समय सुबह 2:57 बजे से 4:45 बजे तक रहेगा। इन्हे ध्यान में रखकर अपने कार्यक्रम को प्लान करना चाहिए। दूसरी तरफ आज के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:16 बजे से 12:59 बजे तक, अमृत काल सुबह 9:29 बजे से 11:16 बजे तक और ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:37 बजे से 6:25 बजे तक रहेगा। ये समय किसी भी शुभ काम के लिए आदर्श हैं।
विशेष योग
19 जनवरी 2025 को सर्वार्थसिद्धि योग और अमृतसिद्धि योग भी है। सर्वार्थसिद्धि योग सुबह 7:14 बजे से शाम 5:30 बजे तक (उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र और रविवार के संयोग से) रहेगा, जो हर तरह के शुभ कार्यों के लिए अनुकूल माना जाता है। अमृतसिद्धि योग शाम 5:30 बजे से अगले दिन सुबह 7:14 बजे तक (हस्त नक्षत्र और रविवार) रहेगा जो सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला माना जाता है। इन योगों में किए गए शुभ कार्य अवश्य ही सफल होंगे।
पंचांग का महत्व और उपयोग
हिंदू धर्म में पंचांग का बहुत महत्व है। पंचांग हमें बताता है कि किस दिन कौन सी तिथि, नक्षत्र, और योग है। यह जानकारी हमें यह तय करने में मदद करती है कि हम किस दिन क्या कार्य करें। शुभ मुहूर्त में किए गए कार्य सफल होते हैं, इसलिए पंचांग से हमें जीवन में सफलता पाने में सहायता मिलती है। यह जीवन के महत्वपूर्ण निर्णयों को लेने में भी मार्गदर्शन प्रदान करता है जैसे की विवाह, गृह प्रवेश, यात्रा आदि।
पंचांग के विभिन्न अंग
पंचांग के पांच अंग होते हैं- तिथि, वार, नक्षत्र, योग, और करण। हर अंग का अपना-अपना महत्व है। पंचांग का अध्ययन करके हम इन सभी के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अपने दैनिक जीवन में इनका प्रयोग कर सकते हैं।
आधुनिक जीवन में पंचांग का उपयोग
आधुनिक समय में भी पंचांग का अपना विशेष महत्व है। बहुत से लोग आज भी महत्वपूर्ण काम शुरू करने से पहले पंचांग देखते हैं और शुभ मुहूर्त का चुनाव करते हैं। पंचांग व्यक्तिगत योजनाओं से लेकर व्यावसायिक योजनाओं तक कई प्रकार से मददगार होता है।
पंचांग से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
क्या आप जानते हैं कि पंचांग गणना बेहद जटिल और सटीक होती है? यह खगोलीय घटनाओं के आधार पर बनाया जाता है। आइए जानते हैं पंचांग से जुड़े कुछ अनोखे तथ्य:
प्राचीन ज्ञान का संग्रह
पंचांग प्राचीन काल से ही बनाया और इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसमें सदियों का खगोलीय ज्ञान संचित है।
सटीकता का प्रमाण
पंचांग की सटीकता कई शोधों से सिद्ध हो चुकी है। यह आज भी अद्भुत रूप से सही है।
भविष्यवाणियों का आधार
पंचांग से मौसम की भविष्यवाणी करने, कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त समय पता लगाने, और अन्य भविष्यवाणियों में मदद मिलती है।
Take Away Points
- 19 जनवरी 2025 का पंचांग जानना आपके दिन को शुभ और सफल बनाने में मदद कर सकता है।
- शुभ और अशुभ मुहूर्तों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।
- पंचांग प्राचीन ज्ञान और सटीक गणना का अद्भुत संग्रह है।