आध्यात्मिक: हिन्दू धर्म मे शिव की उपासना सबसे सरल बताई गई है। शिव को तीनों लोकों का स्वामी कहा जाता है। धर्म ग्रन्थों में कहा गया है शिव शक्ति है। शिव की आराधना मात्र से आपके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और आपको स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
यह अपने भक्तों पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं। शिव को कोई भी प्रसन्न कर सकता है। क्योंकि इनकी पूजा में बड़े बड़े अनुष्ठान करने की आवश्यकता नही होती। यह अनादि है इन्हें प्रसन्न करने के लिय सच्चे मन से ओम नमः शिवाय के जाप की आवश्यकता होती है।
वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं शिव की अराधना का वह महा उपाय जो हर कष्ट को हर लेता है। जो कलयुग में सभी पापों से मुक्ति दिलाता है। वही आप जो मनोकना लेकर शिव की पूजा करते हैं वह आपके संकल्प से पहले पूरी हो जाती है। लेकिन अगर आप दोहरे भाव से शिव को पूजते हैं तो शिव आपकी नही सुनते और न ही आपकी मनोकामना पूरी होती है।
धार्मिक ग्रन्थों के मुताबिक, जो भी कन्या या पुरुष मनचाहा वर चाहती या चाहता है। उसे शिव की आराधना अवश्य करनी चाहिए। शिव की आराधना से आपको मनचाहा जीवनसाथी मिलता है और आपका साथ बहुत ही अटुट होता है।
वही अगर आपके वैवाहिक जीवन मे कलह मची हुई है। आय दिन आपके साथी से आपका तर्क हो रहा है। तो आपको शिव ध्यान करना चाहिए और शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। इससे आपके सभी कष्ट खत्म हो जाते हैं और आपके वैवाहिक जीवन मे खुशियां लौट आती है।
शिव पुराण में शिव हो सभी कष्टों को हरने वाला बताया गया है। अब अगर आपको कोई दुख है या घर मे हमेशा नकारात्मक चीजे होती है। तो आपको शिव की हर सोमवार पूजा करनी चाहिए और घर मे रुद्राभिषेक जरूर करवाना चाहिए। इससे आपके कष्ट दूर होते हैं और आपको आपके काम मे इच्छा पूर्ति का वरदान प्राप्त होता है।