डेस्क। Shri Ram Janmabhoomi Mandir Ayodhya: भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य ने गति ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को इसके निर्माण कार्य का निरीक्षण किया था।
वहीं मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण कार्य का मीडिया को भी अवलोकन कराया और निर्माण कार्य के बारे में उन्हें जानकारी भी दी।
साथ ही प्रधानमंत्री के लौटने के बाद तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मीडिया को राम जन्मभूमि परिसर में आमंत्रित कर मंदिर निर्माण की गतिविधियों से अवगत कराया। वहीं इस मौके पर राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, सदस्य डॉ अनिल मिश्र सहित कार्यदाई संस्था एलएंडटी एवं टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर्स के अधिकारी उपस्थित भी रहे। भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे टाटा के इंजीनियर विनोद कुमार शुक्ला ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति की देखरेख में कार्य ने गति पकड़ी है। वहीं उन्होंने कहा कि नवंबर 2023 तक काम पूरा हो जाएगा। और हमारा लक्ष्य इसको दिसंबर 2023 तक श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति को हैंडओवर कर दें।
करोड़ों राम भक्तों का चिर स्वप्न पूरी तीव्रता से साकार हो रहा है। वहीं राम जन्मभूमि की मुक्ति के लिए करोड़ों राम भक्तों ने 491 वर्षों तक तपस्या भी की, वह न केवल मुक्त हुई, बल्कि उसके बाद के तीन वर्ष में ही आस्था की यह विरासत भव्यता की पर्याय बन कर तैयार होने वाली है।
बता दें राम जन्मभूमि पर नागर शैली का जो भव्य दिव्य मंदिर निर्माणाधीन है, उसका 45 से 50 प्रतिशत कार्य पूरा भी हो चुका है। साथ ही इन दिनों 26 फीट ऊंची आधार भूमि पर रामलला का वह आगार निर्मित हो रहा है, जिसमें रामलला स्वयं विराजमान होंगे। साथ ही इसमें न केवल रामलला का गर्भगृह अगले वर्ष अक्टूबर तक तैयार हो जाएगा, बल्कि इसी के साथ संपूर्ण मंदिर का भूतल भी तैयार होगा। वहीं अन्य तैयारियों को ध्यान में रख कर रामलला को जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के अवसर पर गर्भगृह में स्थापित करने की तैयारी भी है।