आध्यत्मिक– कुछ लोग कहते हैं कि हम कितना भी प्रयास कर ले हमे जीवन मे कुछ हासिल नही हो पाता है। लोग हमारे साथ जुड़कर नही रहते हैं और हमे वह सम्मान की नजर से नही देखते है। हम किसी का अच्छा भी करते हैं तो बुरा हो जाता है।
अगर आपके आसपास भी ऐसे लोग हैं तो आप उन्हें उनके आचरण में परिवर्तन लाने की सलाह दे सकते हैं। क्योंकि चाणक्य नीति के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति के आचरण में यह चार चीजे होती है तो वह कितना भी प्रयास कर ले उसे लोगो के बीच जुड़ाव और सम्मान नही प्राप्त होता है।
क्रोध;
चाणक्य नीति के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति को छोटी छोटी बातों पर गुस्सा आता है। वह दूसरों की सुनने से पूर्व ही गुस्सा हो जाता है। उसे सिर्फ अपना लाभ दिखाई देता है। लोग ऐसे व्यक्ति को कभी नही पसन्द करते और न ही उसका सम्मान करते हैं।
दया का भाव-
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दयालु नही होते। मानो उनके मन से मानवता का भाव मिट गया हो। उन्हें इस बात से फर्क नही पड़ता है कि उनके आसपास कोई कष्ट में है। वह व्यक्ति की तकलीफ में उनका सहारा नही बनना चाहते हैं। ऐसे लोगो को समाज कभी नही स्वीकारता और इनसे दूर रहना ही पसन्द करता है।
मतलबी-
कुछ लोग ऐसे होते हैं। जो सामान्य तौर पर आपसे कभी बात नही करते हैं। लेकिन जब उन्हें आपसे काम पड़ता है तो वह आपके आगे पीछे घूमते है और आपके सबसे हितैषी बन जाते हैं। वही जब आप इन लोगो की मदद कर देते हैं तो यह पुनः आपको भूल जाते हैं। ऐसे लोगो से समाज मे लोग दूरी बनाकर रखते हैं और इन लोगो को ओछी नजर से देखते हैं।
नास्तिक-
जो लोग दान पुण्य नही करते। ईश्वर को नही मानते हैं और ईश्वर की आलोचना करते रहते हैं। समाज उनका न तो सम्मान करता है और न ही ईश्वर उनपर अपनी कृपा बनाये रखता है। ऐसे लोग अपने जीवन मे काफी परेशान रहते हैं।