डेस्क। कलयुग में जल्द ही प्रसन्न होने वाले देवता बजरंगबली हैं। मात्र स्मरण करने से ही वे अपनी कृपा बरसने लगते हैं। निम्नलिखित मंत्रों के प्रयोग से कष्ट दूर कर बजरंगबली की कृपा आराम से प्राप्त भी की जा सकती है।
मंगलवार के दिन किसी भी बजरंगबली मंदिर में यथासंभव पूजन करें तथा नैवेद्य भी अर्पित करें।
घर पर बजरंगबली का कोई भी चित्र लाल कपड़े पर रखकर उसका पूजन करें। पूजन में चंदन, सिन्दूर, अक्षत, कनेर, गुड़हल या गुलाब के पुष्प का प्रयोग करें। नैवेद्य में मालपुआ, बेसन के लड्डू आदि लें तब आरती कर संकल्प लेकर अपनी परेशानी के मुताबिक मंत्र का जप करें।
मंगलवार के दिन किसी भी बजरंगबली मंदिर में यथासंभव पूजन करें तथा नैवेद्य भी अर्पित करें।
घर पर बजरंगबली का कोई भी चित्र लाल कपड़े पर रखकर उसका पूजन करें। पूजन में चंदन, सिन्दूर, अक्षत, कनेर, गुड़हल या गुलाब के पुष्प का प्रयोग करें। नैवेद्य में मालपुआ, बेसन के लड्डू आदि लें तब आरती कर संकल्प लेकर अपनी परेशानी के मुताबिक मंत्र का जप करें।
जानिए बजरंगबली के 9 चमत्कारी मंत्र:-
1- ‘ॐ हं हनुमते नम:।’
वाद-विवाद, न्यायालय आदि के लिए प्रयोग किया जाने वाला मंत्र यह है।
वाद-विवाद, न्यायालय आदि के लिए प्रयोग किया जाने वाला मंत्र यह है।
2- ‘ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट्।’
दुश्मन से ज्यादा भय हो, जान-माल का डर हो, तो यह प्रयोग भी उचित रहेगा।
दुश्मन से ज्यादा भय हो, जान-माल का डर हो, तो यह प्रयोग भी उचित रहेगा।
3- ‘ॐ हं पवननन्दनाय स्वाहा।’
बजरंगबली के दर्शन सुलभ होते हैं अगर नित्य इसका पाठ किया जाए।
बजरंगबली के दर्शन सुलभ होते हैं अगर नित्य इसका पाठ किया जाए।
4- ‘ॐ नमो हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा।’
दुश्मन बलवान होने पर यह जप निश्चित लाभ भी देता है।
दुश्मन बलवान होने पर यह जप निश्चित लाभ भी देता है।
5- ‘ॐ नमो भगवते आंजनेयाय महाबलाय स्वाहा।’
असाध्य बीमारियों के लिए इस मंत्र का जाप करें।
असाध्य बीमारियों के लिए इस मंत्र का जाप करें।
6- ‘ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।’
सर्व सुख-शांति के लिए इस मंत्र का जप करें।
सर्व सुख-शांति के लिए इस मंत्र का जप करें।
7- ‘दुर्गम काज जगत के जेते,
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।’
मुश्किल कार्यों में कामयाबी के लिए ये मंत्र।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।’
मुश्किल कार्यों में कामयाबी के लिए ये मंत्र।
8- ‘और मनोरथ जो कोई लावै,
सोई अमित जीवन फल पावै।’
इस मंत्र का प्रयोग इच्छापूर्ति के लिए।
सोई अमित जीवन फल पावै।’
इस मंत्र का प्रयोग इच्छापूर्ति के लिए।
9. ‘अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता,
अस बर दीन जानकी माता।’
ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए इसका जप करें।
अस बर दीन जानकी माता।’
ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए इसका जप करें।