आध्यात्मिक- भारत संस्कृति, आस्था और परम्परा का देश हैं। आध्यात्म भारत के लोगों का ह्रदय है सनातन का मार्ग लोगों को सकारात्मक मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता हैं वहीं भारत में नदियों को देवी का स्थान प्राप्त है। नदियों में सबसे पवित्र नदी के रूप में गंगा नदी जानिए जाती है हमारे देश में गंगा नदी को गंगा माता कहकर सम्बोधित किया जाता है और मान्यता है कि जो व्यक्ति गंगा स्नान करता है उसके सभी पाप मिट जाते हैं।
वहीं आज पूरा देश गंगा दशहरा का पर्व मना रहा है। गंगा दशहरा जेष्ठ माह की दशमी को होती है मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन माता गंगा का जन्म हुआ था या वह धरती पर आईं थीं। आध्यात्म के मुताबिक़ यदि कोई व्यक्ति गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करता है, दरिद्र को भोजन करवाता है, दान देता है और मंदिर में पूजा और ध्यान करता है उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं और व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आध्यात्म में बताया गया है कि आज आप जब माता गंगा की पूजा- अर्चना करें उसमें जिस भी सामग्री का उपयोग करें वह दस रहनी चाहिए। जैसे दस पुष्प, दस दीपक, दस ब्राह्मण को भोज आदि। गंगा पूजा के बाद व्यक्ति को शिव मंदिर जाना चाहिए और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। यदि आप गंगा दशहरा करते हैं तो प्रभु की कृपा से आपके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
गंगा दशहरा के दिन जरूर करें यह काम –
गंगा स्नान को जाएं। यदि संभव नहीं है तो घर में जल में गंगा जल मिलाकर स्नान करें।
माता गंगा का ध्यान करें।
शिव मंदिर में जाकर शिव चालीसा का पाठ करें।
नदियों में गंदगी न फैलाने का संकल्प लें।
ब्राह्मण को घर में भोजन करवाएं।
जरूरत मंद की सहायता करें।
दरिद्र को दान दें।
गाय की सेवा करें।
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