आध्यात्म- हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है। कहते हैं अगर कोई विधि-विधान से पूजा -पाठ करता है तो उस व्यक्ति का जीवन सदैव सकारात्मक मार्ग पर आगे बढ़ता है। वहीं कोई भी पूजा ऐसी नहीं होती जो बिना गंगा जल के पूरी हो जाए। कलयुग में गंगा जल को अमृत के समान माना गया है। धर्म ग्रंथो के मुताबिक़ यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से गंगाजल का सेवन करता है तो उसको मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वहीं आज यानी 27 अप्रैल को गंगा सप्तमी है। गंगा सप्तमी का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। कहते हैं अगर इस दिन कोई गंगाजल के विशेष उपाय करता है तो उसके सभी पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक़ आज गंगा सप्तमी के दिन यदि कोई शिव का जलाभिषेक करता है और उनपर चढ़ा गंगा जल अपने पूरे घर में छिड़क देता है तो व्यक्ति का जीवन सुखी रहता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं होता। वहीं अगर आप शनि के प्रभाव से परेशान हैं तो आज के दिन आप गंगाजल में काले तिल मिलाकर पीपल के पेड़ को अर्पित करते हैं तो इससेशनि का प्रभाव खत्म होता है।
वहीं कई लोगों से हमने सुना होगा की लड़कियों का विवाह नहीं हो रहा है। बनी – बनाई बात बिगड़ जा रही है तो ऐसे में लड़कियों या लड़कों को गंगाजल से बने पानी में हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए। अगर आप ऐसा 21 या 51 दिन करते हैं तो आपके विवाह में आने वाली अड़चनें दूर हो जाएंगी और आपका जीवन सुखी रहेगा। इसके अलावा यदि किसी के दाम्पत्य जीवन में समस्याएं आ रही हैं तो वह व्यक्ति रोजाना 108 बार ॐ नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः.मंत्र का जाप करे। इससे आपके दाम्पत्य जीवन में आने वाली परेशानियां खत्म होंगी।