आध्यत्मिक– आज नवरात्र का चौथा दिन है। यह दिन माता कूष्मांडा को समर्पित है। हिन्दू धर्म के मुताबिक माता कूष्मांडा अपने भक्तों की भक्ति से जल्द ही प्रसन्न हो जाती है। यह पूरे ब्रह्मांड में जीवन शक्ति का संचार करती है। मान्यता है कि जो व्यक्ति भक्ति भाव से माता कुष्मांडा की पूजा अर्चना करता है उसे दुख से छुड़ाकर मिलता है।माता कुष्मांडा को रोग दोष दुख हारी कहा जाता है।
जाने कैसे करे पूजा-
अगर आप माता कुष्मांडा को प्रसन्न करना चाहते हैं। तो आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और माता कुष्मांडा की प्रतिमा को चौकी पर रखकर सजाना चाहिए।
माता कुष्मांडा को हरे वस्त्र अत्यधिक प्रिय है उन्हें सबसे पहले हरे वस्त्र पहनाने चाहिये। इत्र लगाना चाहिए। माता को पुष्पार्पित करने चाहिए और दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए।
धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार माता कुष्मांडा को हरे रंग से बहुत प्यार है। पूजा के समय भक्तों को माता को हरे फल चढ़ाने चाहिए। वही अगर आप माता को पेठे की मिठाई चढ़ाते हैं तो माता रानी आपसे जल्द प्रसन्न होकर आपको आशीर्वाद प्रदान करती है।।
पूजा के दौरान नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा से मनचाहा आशीर्वाद पाने के लिए ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै नम:’मन्त्र का जप पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करें।