आध्यत्मिक– आज नवरात्र का तीसरा दिन से आज के दिन सभी लोग माता चंद्रघंटा की पूजा करते हैं। के अनुसार आज आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। जो बहुत ही शुभ योग बना रही है।
धार्मिक ग्रन्थों के मुताबिक माता चंद्रघंटा दाम्पत्य जीवन को सुखी करती है और इनकी पूजा मात्र से घर मे सुख सम्रद्धि का वास होता है। वही आज जो भी दामपत्य माता चंद्रघंटा की पूजा एक साथ विधि पूर्वक करेंगे उनका दामपत्य जीवन सुखमय रहेगा और उनके कष्ट दूर हो जायेगे।
माता का चंद्रघंटा स्वरूप माता पार्वती का ही रौद्र रूप हैं। उन्होंने इस संसार को राक्षसों के अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए यह रूप धारण किया था। माता चंद्रघंटा जितनी रौद्र है उतनी ही यह दयालु है। माता रानी की अगर आप विधि विधान से पूजा करते हैं तो यह आपसे जल्द ही प्रसन्न हो जाती है।
आज के दिन आप माता चंद्रघंटा को केला , सेब या दूध से बनी मिठाई का भोग लगा सकते हैं। क्योंकि यह चीजे माता चंद्रघंटा को हद से ज्यादा प्रिय है। माता चंद्रघंटा पर पीले पुष्पार्पित करने चाहिए। वही पूजा के दौरान
पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
या
ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥
का जाप करना चाहिए। इससे माता चंद्रघंटा प्रसन्न होती है और आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।