img

[object Promise]

नई दिल्ली : भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हर्शेल गिब्स एक ऐसे एक्सचेंज में शामिल थे जो आखिरकार सोमवार को खट्टे हो गए। यह सब ट्वीट के साथ शुरू हुआ, जिसमें अश्विन ने नाइकी ब्रैंड के एक खास जूते का प्रमोशन बारे में लिखा था। तभी गिब्स ने मजाक में अपने ट्वीट लिखा कि ‘उम्मीद करता हूं कि अब इन जूतो को पहनकर तुम पहले से थोड़ा और तेज दौड़ोगे अश्विन।’ इसके साथ गिब्स ने एक हंसता हुआ स्माइली बना दिया। हालांकि, गिब्स का जवाब भारतीय स्पिनर के साथ अच्छा नहीं था। अश्विन ने इस ट्वीट का जवाब एेसे दिया की हर्शेल गिब्स को उनके मैच फिक्सिंग स्कैंडल की याद दिला दी। जिससे उन्हें शर्मसार होना पडा।

PNB घोटाले पर शत्रुघ्न का हमला, कहा- चौकीदार सो गया, दमदार खो गया

अश्विन ने गिब्स के इस मजाक को शायद गंभीरता से ले लिया और उन्होंने लिखा, ‘इतना तेज नहीं, जितने तेज आप थे दोस्त, दुर्भाग्य से मैं उतना सुखी नहीं रहा, जितने तुम। लेकिन सौभाग्य से मुझे वह नैतिक ज्ञान जरूर मिला, जिसमें मैंने सीखा कि जिस खेल से आपको  अपना पेट भरने के लिए रोटी मिले तो मैंने उसे फिक्स करना नहीं सीखा।’

मैक्सिको में जबर्दस्त भूकंप के झटके

हर्शल गिब्स को अश्विन से ऐसे रिप्लाइ की आशा नहीं थी। गिब्स ने इसका जवाब देते हुए लिखा, ‘मुझे लगता है कि शायद तुम मजाक नहीं सह सकते, इसे यहीं खत्म करते हैं।’

इसके बाद अश्विन ने एक बार फिर गिब्स को इसका जवाब दिया। इस बार अश्विन ने लिखा, ‘मैं बता दूं कि मेरा रिप्लाइ भी एक मजाक ही था, लेकिन देखो लोगो ने और आपने भी इसे किस तरह लिया। दोस्त मैं ऐसे मजाक के लिए बिल्कुल तैयार हूं, हम कभी भोजन पर बैठकर इस मुद्दे पर बात करेंगे।’

इसके कुछ देर बाद अश्विन ने एक बार फिर एक और ट्वीट कर अपनी बात को रखा। इस बार अश्विन ने अपने इस नए ट्वीट में कहा, ‘जो चीजें मेरे लिए संवेदनशील है, वह किसी दूसरे के लिए नहीं होंगी, और जो चीजें आपके लिए संवेदनशील हैं वह मेरे लिए नहीं होंगी। मैं अपने फैन्स का आदर करना चाहता हूं और इस ट्वीट के क्रम को यहीं खत्म करते हैं और इस तरह मेरे सभी विरोधियों के लिए यह मनोरंजन यहीं खत्म होता है। फिर मिलते हैं।’ इसके बाद अश्विन ने इन शब्दों के साथ एक हंसता हुआ स्माइली बनाकर अपना यह ट्वीट खत्म किया।

बता दें कि हर्शल गिब्स का नाम मैच फिक्सिंग में तब सामने आया था, जब साउथ अफ्रीकी टीम साल 2000 में अपने भारत दौरे पर थी। यह टीम साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए के नेतृत्व में भारत आई थी, तब बुकीज के साथ मैच फिक्सिंग में गिब्स की भूमिका की बात सामने आई थी। बाद में जब क्रोनिए ने पैसों के साथ बुकीज से संपर्क किया और बुकीस के दिशानिर्देशों के तहत स्कोर करने की बात मानी। बाद में इस प्रकरण में गिब्स का नाम सामने आने के बाद गिब्स 6 महीने तक सस्पेंड रहे और उन पर जुर्माना भी लगाया गया था