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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को पाकिस्तान में आयोजित एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लिया। अपनी यात्रा के दौरान, जयशंकर ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के साथ बातचीत की। जयशंकर की इस मुलाकात के बाद इस बात की भी अटकलें लगाई जा रही थीं कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों पर चर्चा हुई होगी। हालाँकि, एएनआई के हवाले से सूत्रों ने बताया है कि बैठक के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को फिर से शुरू करने पर कोई चर्चा नहीं हुई। सूत्रों ने बताया कि इस्लामाबाद में जयशंकर के प्रवास के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों को फिर से शुरू करने पर कोई चर्चा नहीं हुई।

भारत-पाकिस्तान क्रिकेट संबंधों का इतिहास

2008 के एशिया कप के बाद से भारत ने पाकिस्तान में कोई क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं खेला है, क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता गया है। दिसंबर 2012 से जनवरी 2013 तक भारत में खेली गई एक सीरीज़ दोनों देशों के बीच आखिरी द्विपक्षीय श्रृंखला थी। तब से, दोनों देशों के बीच केवल आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप में ही मुकाबले हुए हैं। दूसरी ओर, 2008 के एशिया कप के बाद से पाकिस्तान तीन मौकों पर भारत आया है।

द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज का अभाव

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनैतिक तनाव के चलते द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज का आयोजन काफी समय से नहीं हो पा रहा है। यह तनाव दोनों देशों के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए निराशाजनक है, जो उच्च-स्तरीय मुकाबलों का आनंद लेना चाहते हैं। इससे दोनों देशों के बीच खेल के माध्यम से सुधार लाने के प्रयासों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है।

आईसीसी टूर्नामेंट्स में प्रतिस्पर्धा

हालांकि द्विपक्षीय सीरीज नहीं हो रही है, लेकिन भारत और पाकिस्तान आईसीसी टूर्नामेंट्स में आमने-सामने होते रहते हैं। ये मुकाबले हमेशा ही रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक होते हैं और दोनों देशों के दर्शकों के लिए उत्साह का कारण बनते हैं। लेकिन इन टूर्नामेंट्स में मुकाबले सीमित होते हैं, इसलिए पूरी श्रृंखला का आनंद लेने का अवसर कम ही मिल पाता है।

आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और संभावित स्थल परिवर्तन

अगले साल पाकिस्तान में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होने वाला है, लेकिन यह अभी भी अनिश्चित है कि भारत पाकिस्तान में इस उच्च-प्रोफ़ाइल आयोजन में भाग लेगा या नहीं। हाल ही में आई खबरों के मुताबिक, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए तीन विकल्पों पर विचार कर रहा है।

आईसीसी के तीन विकल्प

सूत्रों के अनुसार, ICC या तो टूर्नामेंट को पाकिस्तान में योजना के अनुसार आयोजित करने पर विचार कर रहा है या फिर हाइब्रिड मॉडल के हिस्से के रूप में इसे पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) दोनों में आयोजित करने पर विचार कर रहा है। इस हाइब्रिड मॉडल के अनुसार, भारत के साथ होने वाले मैच और नॉकआउट चरण के खेल दुबई में आयोजित किए जाएंगे। तीसरे विकल्प में पाकिस्तान के बाहर पूरे टूर्नामेंट की मेजबानी करना शामिल है, जिसमें दुबई, श्रीलंका या दक्षिण अफ्रीका संभावित स्थान हो सकते हैं।

पाकिस्तान में सुरक्षा चिंताएं

पाकिस्तान में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर सुरक्षा चिंताएँ भी हैं, जिस कारण विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। भारत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आईसीसी को एक सुरक्षित और व्यवहारिक स्थान का चयन करना होगा। यह एक जटिल निर्णय होगा जो राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी कई कारकों पर निर्भर करता है।

राजनीतिक तनाव और क्रिकेट का भविष्य

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव ने दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों को गहराई से प्रभावित किया है। यह तनाव न केवल द्विपक्षीय श्रृंखलाओं को बाधित करता है, बल्कि दोनों देशों के क्रिकेट प्रशंसकों के बीच उत्साह और भाईचारे के भाव को भी प्रभावित करता है।

क्रिकेट के माध्यम से संवाद

हालांकि क्रिकेट राजनीति से ऊपर होना चाहिए, लेकिन व्यावहारिक रूप से दोनों देशों के बीच तनाव इसे प्रभावित करता है। ऐसे में खेल के माध्यम से संवाद का मार्ग खोजना आवश्यक है ताकि राजनीतिक बाधाओं को कम किया जा सके और क्रिकेट के माध्यम से दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित किए जा सकें।

भविष्य की संभावनाएं

भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के भविष्य का निर्धारण काफी हद तक दोनों देशों के राजनीतिक संबंधों पर निर्भर करेगा। यदि तनाव कम होता है, तो भविष्य में द्विपक्षीय श्रृंखलाओं के आयोजन की संभावना बढ़ सकती है। हालाँकि, इसके लिए दोनों देशों की ओर से ठोस प्रयास करने होंगे।

टेकअवे पॉइंट्स:

  • भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव ने दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों को काफी प्रभावित किया है।
  • 2008 के बाद से दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय क्रिकेट श्रृंखला नहीं हुई है।
  • आगामी ICC चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, जिसमें स्थान परिवर्तन भी शामिल है।
  • भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट के भविष्य का निर्धारण राजनीतिक संबंधों पर निर्भर करेगा।
  • क्रिकेट को राजनीति से ऊपर रखकर दोनों देशों के बीच संवाद का मार्ग खोजना आवश्यक है।