स्पोर्ट्स: बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ एथलीट गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। इसी कड़ी में लॉन बॉल टीम ने गेम के फोर्स इवेंट में न्यूज़ीलैंड को हराते हुए फ़ाइनल में जगह बनाई और टीम ने कम से कम रजत पदक तय कर लिया है। लॉन बॉल एक ऐसा गेम है जिसके बारे में लोगो को ज्यादा नही पता है। तो आज हम आपको बताएंगे इस गेम के बारे में क्योंकि अब इस गेम में भारत की एक महिला खिलाड़ी ने फाइनल में अपनी जगह बना ली है।
लॉन बॉल एक बोलिंग गेम है इसकी शुरुआत इंग्लैंड से हुई थी और 18 वीं शताब्दी में इस गेम के नियम और कानून बनाए गए थे। वही अगर हम कामल्वेल्थ गेम की बात करे तो इसमे इस गेम को साल 1996 में जोड़ा गया था।लेकिन इस गेम ने कॉमनवेल्थ में साल 2010 में अपनी जगह बनाई। यह एक ऐसा गेम है जो की घास के मैदान में खेला जाता है और इसे आप सिंगल या टीम में खेल सकते हैं।
इस खेल को सिंगल्स या टीम में खेल सकते हैं. सिंगल्स में दो खिलाड़ी आमने सामने होते हैं वहीं टीम इवेंट के फॉरमैट में 2, तीन या चार खिलाड़ियों की एक टीम बनाई जाती है. चार खिलाड़ियों का फॉरमैट फोर्स कहलाता है। भारतीय टीम के फोर्स इवेंट में लवली चौबे (लीड में), पिंकी (सेकंड), नयनमोनी सैकिया (थर्ड) और रूपा रानी टिर्की (स्किप) पोज़ीशन में खेलती हैं। भारत के खिलाड़ियों को इस गेम में काफी संघर्ष करना पड़ा। वह पैसे की कमी के कारण कई बार इंग्लैंड के दौरे से चूक गए। लेकिन अब लॉन बॉल टीम ने गेम के फोर्स इवेंट में न्यूज़ीलैंड को हराते हुए फ़ाइनल में जगह बना ली है।