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चंडीगढ़। गवर्नमेंट मॉडल प्राइमरी स्कूल सेक्टर-49 के स्टूडेंट्स के लिए राहत की खबर है कि अब उन्हें छठी क्लास में एडमिशन के लिए दूसरे स्कूलों का रुख नहीं करना पड़ेगा। स्कूल को मिडिल बनाने की फाइल पर वीरवार को मुहर लग गई। नए शिक्षा सत्र 2021-2022 से स्कूल में छठी क्लास शुरू हो जाएगी।

दैनिक जागरण ने स्टूडेंट्स की समस्या को प्रमुखता से उठाया था। पांचवी कक्षा के बाद इस स्कूल के स्टूडेंट्स को आगे की पढ़ाई के लिए अब दूसरे स्कूलों में नहीं जाना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि सेक्टर-49 में दो सरकारी स्कूल हैं, जिसमें से एक स्कूल हाई और एक प्राइमरी था। प्राइमरी स्कूल में सेक्टर-49 के अलावा साथ लगते मोहाली के विभिन्न गांवों से स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं।

स्कूल में नर्सरी से पांचवी कक्षा तक पांच सौ से भी ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। पांचवी कक्षा तक स्टूडेंट्स इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई कर रहते हैं, लेकिन पांचवी में पास होने के बाद छठी कक्षा में एडमिशन के लिए दूसरे स्कूलों में जाना पड़ता था। राइट टू एजुकेशन नार्म्स के मुताबिक आठवीं कक्षा तक के बच्चों को घर से तीन किमी के दायरे में स्कूल होना चाहिए, लेकिन यहां मिडिल तक स्कूल न होने के चलते स्टूडेंट्स को पांच से छह किलोमीटर दूर बने स्कूल जाना पड़ता था।

तीन साल पहले बनी थी स्कूल की इमारत

स्टूडेंट्स की परेशानी को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने स्कूल को अपग्रेड बनाने के लिए तीन साल पहले नया भवन बनवाया था। वर्ष 2020 के दौरान कोरोना महामारी के चलते स्कूल को अपग्रेड करने पर मुहर नहीं लगी थी, उस समय भी स्टूडेंट्स के छठी क्लास में एडमिशन जुलाई 2020 में विभिन्न स्कूलों में हुए थे। इस बार स्कूल स्टूडेंट्स के अभिभावक फिर से परेशान थे। स्थानीय अभिभावकों के अनुसार स्कूल बंद हैं ऐसे में कहीं पर जाकर एडमिशन की बात करनी संभव नहीं है। वहीं ऑनलाइन पढ़ाई के चलते स्कूल नए सत्र से पढ़ाई शुरू करवा देंगे जिससे बच्चे पढ़ाई में पिछड़ जाएंगे।

स्थानीय पार्षद ने स्कूल को अपग्रेड करने की प्रशासन से लगाई थी गुहार

अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए स्थानीय पार्षद हीरा नेगी लंबे समय से स्कूल को अपग्रेड कराने की डिमांड कर रही थी। जनवरी 2021 में हीरा नेगी ने सलाहकार से मिलकर स्कूल को अपग्रेड करने की सिफारिश की थी।