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देहरादून। कोरोनेशन अस्पताल (जिला चिकित्सालय) के ऊपरी तल पर संचालित फोर्टिस अस्पताल का अनुबंध रविवार को खत्म हो गया है। ऐसे में हृदय रोगियों को अब यहां उपचार नहीं मिल पाएगा। बता दें कि पीपीपी मोड पर संचालित इस अस्पताल में बीपीएल मरीजों को मुफ्त उपचार दिया जाता था, जिसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाती थी।

दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने दस साल पहले फोर्टिस के साथ अनुबंध किया था। तब से यहां रोजाना 120 से अधिक ओपीडी होती है। इसके अलावा प्रत्येक सप्ताह करीब 50 एंजियोप्लास्टी भी की जाती है। प्रबंधक संदीप सिंह का कहना है कि अनुबंध खत्म होने के संबंध में सरकार से पत्राचार और वार्ता की गई, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं। अब जबकि अनुबंध खत्म हो चुका है, आने वाले दिनों में सरकारी परिसंपत्तियां संबंधित अधिकारियों को हैंड ओवर कर दी जाएंगी। तब तक अस्पताल मरीजों को इलाज देता रहेगा, क्योंकि अभी वेंडरों का बकाया और यहां तैनात स्टाफ का भी सेटलमेंट करना है।

इधर, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि पीपीपी मोड के तहत संचालित इस अस्पताल में बीपीएल मरीज को दिए गए उपचार का भुगतान सरकार करती थी। पर अब राज्य की एक बड़ी आबादी अटल आयुष्मान योजना के दायरे में आ चुकी है। राज्य कर्मचारी व पेंशनरों के लिए भी एक जनवरी से स्वास्थ्य योजना शुरू कर दी गई है। जिसके तहत अब लाभार्थी किसी भी संबद्ध अस्पताल में उपचार ले सकता है। इसके अलावा दून मेडिकल कॉलेज में भी कार्डियक यूनिट शुरू की जा रही है। मौजूदा स्थिति में, जब तमाम अन्य विकल्प उपलब्ध हैं, फोर्टिस का अनुबंध अब विस्तारित नहीं किया जा रहा है।