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 देहरादून।  कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड में टीकाकरण का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। टीकाकरण के मोर्चे पर हर दिन नया रिकॉर्ड बन रहा है। गुरुवार को प्रदेश में एक लाख सात हजार 658 व्यक्तियों को टीका लगा। यह टीकाकरण का एक दिन का सर्वाधिक आंकड़ा है।

उत्तराखंड में टीकाकरण को लेकर आम जन में शुरू से ही उत्साह रहा है। यह पूरा अभियान अभी तक स्वत: स्फूर्त रहा है। अब कोरोना का प्रसार बढऩे से आम जन में भय भी उत्पन्न होने लगा है। इसके चलते भी टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ बढ़ती जा रही है। अच्छी बात यह है कि इसी कारण टीकाकरण के आंकड़े में तेजी से उछाल आया है। गुरुवार को प्रदेश में 718 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया। इस दौरान 45 साल से अधिक उम्र के एक लाख पांच हजार 375 व्यक्तियों को टीका लगा। इसमें 1505 फ्रंटलाइन वर्कर और 778 स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं।

प्रदेश में अब तक एक लाख 66 हजार 251 व्यक्तियों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हैं, जबकि दस लाख दो हजार 711 व्यक्तियों को पहली डोज लग चुकी है। राज्य सरकार ने केंद्र से वैक्सीन की पांच लाख डोज और मांगी हैं। ऐसे में आने वाले वक्त में टीकाकरण अभियान में और भी तेजी दिखाई देगी।

झिझकिए नहीं! आप भी लगवाइए वैक्सीन

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत का कहना है कि व्यक्ति का संक्रमित होना और वायरस का शरीर पर प्रभाव दो अलग चीज हैं। वैक्सीन वायरस को शरीर में दाखिल होने से नहीं रोक सकती। बस इतना है कि वैक्सीन लगा चुके व्यक्ति पर इसका गंभीर प्रभाव नहीं दिखेगा। मैने वैक्सीन की दोनों डोज ली हैं, इसलिए स्थिति सामान्य है।

सीओ एसटीएफ अंकुश मिश्रा ने कहा, मुझे गंभीर संक्रमण भी हो सकता था। अगर मैने वैक्सीन की दोनों डोज नहीं ली होती। ये वैक्सीन का ही असर है कि मैं गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित नहीं हुआ हूं। आप भी इसलिए वैक्सीन जरूर लगवाएं। उसके बाद भी कोरोना हो सकता है, पर घातक नहीं होगा। वैक्सीन के बाद भी मास्क लगाएं, दो गज की दूरी बनाए रखें और बार-बार हाथ धोते रहें।

वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. केपी जोशी का कहना है कि संक्रमण और इसकी गंभीरता अलग-अलग चीज हैं। कोई नया स्ट्रेन भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। पर टीकाकरण के बाद वायरस के ज्यादा गंभीर प्रभाव नहीं दिखेंगे। यही कारण है कि वैक्सीन की डबल डोज लेकर संक्रमित हुए व्यक्ति सामान्य स्थिति में हैं। ऐसे में टीका जरूर लगवाएं। साथ ही मास्क, शारीरिक दूरी व सैनिटाइजेशन समेत कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करें।