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कोटद्वार। लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच एक अच्छी खबर आई है। केंद्र सरकार ने राजकीय बेस चिकित्सालय को तीन सौ एलपीएम की ऑक्सीजन जनरेशन यूनिट प्रदान की है। इस यूनिट के लगने के बाद अब चिकित्सालय प्रशासन को ऑक्सीजन सिलेंडरों के भरोसे नहीं बैठना पड़ेगा। हालांकि, चिकित्सालय प्रशासन के पास वर्तमान में नब्बे ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं।

कोटद्वार क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के मामलों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। दो हफ्ते पहले तक जहां क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के पचास मामले थे, वर्तमान में उनकी संख्या बढ़कर 133 तक पहुंच गई है। इतना ही नहीं, 265 ऐसे व्यक्ति हैं, जो संदिग्ध हैं। जिस तरह कोरोना मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है, चिकित्सालय प्रशासन ने मरीजों के लिए सुविधाएं जुटाने का कार्य भी शुरू कर दिया है। बीते वर्ष कोरोना मामले सामने आने के बाद चिकित्सालय प्रशासन ने चिकित्सालय में सौ बैड का कोरोना वार्ड बना दिया था।

कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देख शासन ने चिकित्सालय परिसर में सेंट्रलाइज ऑक्सीजन यूनिट लगाने की अनुमति प्रदान कर दी। करीब 57 लाख की लागत से चिकित्सालय प्रशासन ने सौ बैड को पाइपों के जरिए ऑक्सीजन प्लांट यूनिट से जोड़ दिया व यूनिट में नब्बे बड़े सिलेंडर रख दिए गए। वर्तमान में इसी प्लांट से आऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है।

बीते वर्ष ही केंद्र सरकार ने चिकित्सालय में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट को मंजूरी प्रदान की। केंद्र की ओर से जारी अनुमति के बाद चिकित्सालय प्रशासन ने करीब बारह लाख की लागत से ऑक्सीजन जेनरेटर प्लांट के लिए कक्ष का निर्माण कर दिया। बेस चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ.वीसी काला ने बताया कि केंद्र की ओर से आक्सीजन जनरेशन यूनिट चिकित्सालय को मिल गई है। बताया कि जल्द ही इस यूनिट को स्थापित कर चिकित्सालय स्वयं ऑक्सीजन बनाना शुरू कर देगा।

यथावत रहेगी सेंट्रलाइज ऑक्सीजन यूनिट

चिकित्सालय में भले ही ऑक्सीजन जनरेशन यूनिट स्थापित हो रही हो। लेकिन, पूर्व में तैयार की गई सेंट्रलाइज ऑक्सीजन यूनिट पूर्व की भांति ही रहेगी। प्रमुख अधीक्षक डॉ. वीसी काला ने बताया कि यदि किसी कारणवश कभी जनरेशन यूनिट में कोई समस्या आती है तो उस वक्त सेंट्रलाइज ऑक्सीजन यूनिट में लगाए गए सिलेंडरों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी।