पटना। बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अब संशय के बादल छंटने के आसार हैं। बिहार भाजपा के दिग्गज नेताओं के दिल्ली दरबार में बुलाहट और उसके बाद चली चर्चा के बाद अब तस्वीर साफ होने के संकेत मिलने लगे हैं। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव कई बार बिहार का दौरा कर चुके हैं, लेकिन बात नहीं बनी थी। इस बीच, जदयू मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने का ठीकरा भाजपा पर फोड़ती रही।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सहमति नहीं बनने से परेशान भाजपा आलाकमान ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली दरबार में हाजरी लगाने का आदेश दिया। इसके बाद सूत्र बताते हैं कि एक-दो दिनों में भाजपा कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं की सूची मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंच जाएगी।
पार्टी नेताओं के मुताबिक, सोमवार को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिहार भाजपा नेताओं के साथ लंबी बैठक की। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल, सुशील कुमार मोदी सहित कई नेत शामिल हुए।
सूत्रों का कहना है कि पार्टी के सभी नेताओं ने मंत्रिमंडल में शमिल होने वाले नेताओं को लेकर अपनी राय आलाकमान के सामने रख दी है। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि बहुत जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर लिया जाएगा।
भाजपा के एक नेता कहते हैं कि बैठक में मंत्रिमंडल में सभी वगरे का समान तरीके से प्रतिनिधित्व करने को लेकर राय बनी है। उन्होंने कहा कि पार्टी अनुभवी और युवा नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह देगी। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अब कोई देरी की बात नहीं होनी चाहिए।
मंत्रिमंडल विस्तार में हो रही देरी को लेकर विपक्षी दल लगातार सत्ता पक्ष पर निशाना साध रहे हैं।