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मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती अब नशा मुक्ति के लिए महिला दिवस आठ मार्च से अभियान शुरू करने जा रही हैं. ये अभियान किस तरह से काम करेगा इसका स्वरुप क्या होगा, इसका खुालासा अभी नहीं हुआ है.

उमा भारती ने ट्वीट कर कहा है कि, “नशा मुक्ति अभियान के लिए मुझे मेरी सहयोगी मिल गई है. ‘खुशबू’ नाम की यह युवती मध्यप्रदेश की है और खुशबू उत्तराखंड में मेरे गंगा प्रवास में शामिल होने आयी थी. मैंने उसमें निष्ठा और साहस दोनों देखा, तभी उसी समय उसका नाम ‘गंगा भारती’ हो गया था।”

इससे पहले उमा भारती ने पिछले दिनों ही शराब बंदी की मांग करते हुए एक के बाद एक कुल आठ ट्वीट किए थे और अपराध का बड़ा कारण शराब को बताया था।

शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति कहीं से भी हो सकती है पूरी

उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर पिछले दिनों एक बाद एक आठ ट्वीट किये थे, उन्होंने लिखा था कि शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है, शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है. पर शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं, जो देश और समाज के लिए कलंक हैं’. उन्होने अगले ट्ववीट में लिखा कि राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है, लेकिन बिहार में भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराब बंदी के कारण ही महिलाओं ने एक तरफा वोट नीतीश कुमार जी को दिये हैं.