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पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता तारकिशोर प्रसाद से मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तीन विधायकों के मिलने के बाद राज्य का सियासी पारा अचानक चढ़ गया है। उपमुख्यमंत्री प्रसाद मंगलवार को जनता के दरबार में लोगों से मिल रहे थे, तभी राजद के तीन विधायक उनसे मिलने पहुंच गए। नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही चर्चा के बीच विपक्षी दलों के विधायकों के मिलने के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि राजद के विधायक इस मुलाकात के राजनीतिक मायने नहीं निकालने की बात कर रहे हैं।

राजद के विधायक विभा देवी, चंद्रशेखर और राम विशुन सिंह मंगलवार को उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की। राजद के विधायकों के मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री ने तीनों विधायक से मुलाकात पर किसी भी राजनीति को खारिज कर दिया है।

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि जो भी भाजपा की नीति से प्रभावित होकर आना चाहेगा उसका स्वागत है। उन्होंने कहा राजद नेता किसी राजनीतिक कारणों से नहीं बल्कि निजी कारणों से मिलने आये थे। इसमें राजनीतिक खिचड़ी नहीं पकाई जानी चाहिए। सरकार के दरवाजे सबके लिए खुले हैं कोई कभी भी आ सकता है।

इधर, राजद के विधायक चंद्रशेखर ने भी राजनीतिक मुलाकात से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री व्यवहारिक व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई कुछ अलग सोच रहा है, तो वह दिन में सपने देखने जैसा है।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही एआईएमआईएम के पांच विधायक तथा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक जमां खां जदयू में शामिल हो चुके हैं।