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चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने मलोट में अबोहर के भाजपा विधायक अरुण नारंग पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा किए गए हमले की निंदा की है। कैप्‍टन ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। कैप्टन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि भविष्य में ऐसी स्थिति को रोकने के लिए कृषि कानूनों के कारण पैदा हुए संकट को जल्द हल करें।

कहा, विरोध प्रदर्शन करना किसानों का हक लेकिन हिंसा बर्दाश्त नहीं

वहीं, डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि विधायकों और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे। विधायक अरुण नारंग के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और बयानों के आधार पर आपराधिक धाराएं लगाई जाएंगी। केंद्र सरकार और किसानों के बीच तनाव बढ़ने के कारण पंजाब के विभिन्न हिस्सों में भाजपा नेताओं के खिलाफ रोजाना प्रदर्शन की कई घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं।

इस्तीफा मांगने की बजाए केंद्रीय लीडरशिप पर कानून वापस लेने के लिए दबाव डालें भाजपाई

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों को ऐसी हिंसक कार्रवाई न करने की अपील भी की। उन्‍होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन करना किसानों का लोकतांत्रिक हक है लेकिन हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य में अमन कानून की स्थिति को भंग करने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जाएगी।

कैप्टन ने कहा कि किसानों का मसला हल करने में देरी करने से स्थिति और बिगड़ जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि सीमा पार पाकिस्तान की हिमायत प्राप्त आतंकी संगठनों (जो पहले ही ऐसी स्थिति का फायदा उठाने की ताक में रहते हैं) से बढ़ रहे खतरे के साथ यह पंजाब और देश की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा हो सकता है।

उन्होंने दोहराया कि केंद्र सरकार को अडि़यल रवैया छोड़कर कृषि कानूनों को तुरंत रद कर दिया जाना चाहिए और किसानों के साथ विचार चर्चा करके नए कानून तैयार करने चाहिए। किसान पिछले चार महीनों से इन कानूनों के खिलाफ सड़कों पर हैं और केंद्र सरकार से पीछे हटने का कोई संकेत न मिलने के कारण किसानों में रोष बढ़ता जा रहा है।भाजपा नेताओं की ओर से मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगे जाने पर कैप्टन ने कहा कि शनिवार की घटना पर रोटियां सेकने की कोशिश करने की बजाय उन्हें केंद्रीय लीडरशिप को विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दबाव डालना चाहिए।

जनप्रतिनिधि की गरिमा की रक्षा करने में पुलिस विफल: सुखबीर

शिरोमणि अकाली दल के प्रधान और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि की गरिमा की रक्षा करने में पुलिस विफल रही है और इस मामले की राज्य पुलिस पर जिम्मेदारी तय करने के लिए घटना की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि कांग्रेस सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है।

हिंसक हमले सही नहीं :अमन अरोड़ा

आम आदमी पार्टी के नेता अमन अरोड़ा ने कहा है कि विधायक अरुण नारंग पर हुआ हमला किसी भी तरह से सही नहीं है। किसानों को यह समझना चाहिए कि इस तरह की हिंसक कार्रवाई किसान आंदोलन को कमजोर कर रही हैं। पहले भी किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिशें हुई हैं। केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानून रद करने चाहिए। किसान पिछले नौ महीने से दिल्ली के सीमाओं पर बैठे हैं लेकिन केंद्र सरकार ने अपनी आंख और कान दोनों बंद कर रखे हैं।