फरीदाबाद : सोमवार आधी रात 12 बजे के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के टोल पर बगैर फास्टैग वाले वाहन चालकों से दोगुना टैक्स लिया जाना शुरू कर दिया गया है। इसे लागू होते ही फास्टैग न लगवाने वाले वाहन चालकों की जेब ढीली हुई, साथ ही कई वाहन चालक ऐसे थे जो टोलकर्मियों से बहस करते हुए दिखाई दिए। कोई कुछ बहाना बना रहा था तो कोई कुछ। लेकिन एक भी बिना फास्टैग वाले वाहन को बिना दोगुना टैक्स दिए आगे नहीं जाने दिया गया। हालांकि सराय टोल से दिल्ली की ओर जाने वाले महज 10 फीसद ही वाहन चालकों के पास फास्टैग नहीं था। इससे टोल प्रबंधन की आमदनी बढ़ गई है। वैसे रोज करीब 50 हजार वाहन चालकों से टैक्स वसूली के रूप में करीब 10 लाख रुपये आते हैं। 150 से अधिक होना चाहिए बैलेंस
टोल पर कई ऐसे वाहन चालक थे, जिनके वाहन पर फास्टैग लगा था लेकिन उसमें बैलेंस पर्याप्त नहीं था। टोल प्रबंधन के नियमानुसार फास्टैग में 150 रुपसे अधिक बैलेंस होना जरूरी है। इसी बात को लेकर कई वाहन चालक टोलकर्मियों से बहस करने लगे, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। इसके बाद ऐसे वाहन चालकों को भी दोगुना टैक्स अदा करना पड़ा। कई ऐसे भी वाहन चालक थे, जिनके फास्टैग में बैलेंस पूरा था, लेकिन टोल पर यह पूरा दर्शाया नहीं जा रहा था। ऐसे वाहन चालकों की वजह से टोल पर वाहनों की लंबी लेन भी दिखाई दी। फास्टैग लेने की ओर बढ़े कदम
कई वाहन चालक ऐसे भी थे जिन्होंने टोल पर दोगुना टैक्स अदा तो कर दिया, लेकिन आगे जाकर फास्टैग भी ले लिया ताकि भविष्य में और अधिक नुकसान न हो। बता दें सराय टोल के दोनों ओर फास्टैग भी दिए जा रहे हैं। दोगुना टैक्स की सूचना मिलने पर मंगलवार को यहां अन्य दिनों के मुकाबले कुछ अधिक चालक दिखाई दिए। मुझे नए नियम के बारे में जानकारी नहीं थी। अब दोगुना टैक्स अदा करना बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है। आज सबसे पहले फास्टैग लेकर गाड़ी पर लगवाऊंगा।
-अजय मेरी कार पर फास्टैग लगा हुआ था, लेकिन आज दूसरी कार को लेकर आ गया। फास्टैग का ध्यान नहीं रखा गया। इसलिए दोगुना टैक्स देना पड़ा।
-अमोल मेरे फास्टैग में 115 रुपये बैलेंस हैं, लेकिन टोल पर फिर भी मुझसे दोगुना टैक्स लिया गया। टोलकर्मी बता रहे हैं कि 150 रुपये से अधिक बैलेंस होना चाहिए था।
-अरविद वाहन चालकों की सुविधा के लिए टोल पर फास्टैग दिए जा रहे हैं। यदि किसी ने अभी तक नहीं लिया है तो वह यहां से ले सकता है। वरना अब दोगुना टैक्स अदा करना ही होगा।
-मनोज बंसल, परियोजना निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण।