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जयपुर। गेस्ट हाउस पर फायरिंग कर रंगदारी के लिए कॉल कर धमकाने वाले पांच बदमाशों को प्रताप नगर थाना पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से तीन देशी कट्टा व 61 कारतूस बरामद किए है। पुलिस फिलहाल तीनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है।

डीसीपी (ईस्ट) अभिजीत सिंह ने बताया कि टोंक रोड स्थित शिव विहार कॉलोनी निवासी गेस्ट हाउस संचालक दीपक शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। रविवार रात करीब 11 बजे उसके मोबाइल पर एक युवक का कॉल आया। फोनकर्ता ने कहा कि आज-कल बहुत पैसे कमा रहा है, कुछ हिस्सा हमें देना पड़ेगा।

रुपए देने से इंकार करने के करीब 10 मिनट बाद ही स्कूटी सवार दो लडक़े गेस्ट हाउस के सामने आए, जिन्होंने गेस्ट हाउस पर फायर किया और दहशत फैलाकर वहां से फरार हो गए। पीडि़त ने फायरिंग करने की सूचना पुलिस को दी। इस दौरान बदमाशों ने वापस कॉल किया और पीडि़त को ट्रेलर दिखाने की बात कहकर रंगदारी देने के लिए धमकाया और कहा कि अभी पिक्चर बाकी है।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई करतूत – पुलिस ने वारदातस्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को खंगाला। जिसमें स्कूटी पर आए दो बदमाश फायरिंग करते नजर आए। पुलिस ने फुटेज व मोबाइल नंबर के आधार पर पड़ताल कर रंगदारी वसूलने के लिए फायरिंग करने के मामले में रूपेश भारद्वाज (19) निवासी मथुरागेट भरतपुर हाल सेक्टर-18 प्रताप नगर, अजय उर्फ बंटी (19) निवासी मथुरागेट भरतपुर, सुशांत दंतात्रेय उर्फ सतीश कुमार (24) निवासी ज्ञान विहार रामनगरिया, सतीश कुमार जाट (24) निवासी पचेरी झुंझुंनू हाल चन्द्र गेस्ट हाउस टोंक रोड और पंकज (21) निवासी मथुरा उत्तरप्रदेश हाल मथुरागेट भरतपुर को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से एक देशी पिस्टल, दो देशी कट्टा व 61 कारतूस व वारदात में प्रयुक्त चोरी की स्कूटी बरामद की गई है।

मर्डर का भी हुआ खुलासा – पूछताछ में सुशांत दंतात्रोय ने अपने साथी रूपेश व अजय उर्फ बंटी के साथ मिलकर कुशलपाल का मर्डर किया था। पूछताछ में सुशांत दंतात्रोय ने बताया कि बचपन का दोस्त कुशलपाल उर्फ कौशल निवासी कुम्हेर भरतपुर अपराध की दुनिया में काम करता था, इसलिए वह उससे डरता था।

घटना से कुछ दिन पहले मेरे पास कुशलपाल ने कॉल कर कहा कि मैं जयपुर में तेरे पास ही रहूंगा और कोई बड़ा काम मिलकर करेंगे। कुशलपाल उसके पास जयपुर रहने आ गया और बताया कि जयपुर में किसी बड़े आसामी से रुपए लूटना है। कुशलपाल उससे रोज पैसे डलवाता और परेशान करता था। बहुत ज्यादा परेशान होने पर रूपेश व अजय के साथ मिलकर उसकी हत्या का प्लान किया। करीब पांच दिन पहले रामनगारिया में किराए के फ्लैट में तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद उसकी बॉडी को टाटा एलटोस में डालकर भरतपुर ले जाकर नाले में डाल दिया था।