उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के सिकंदराबाद क्षेत्र में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के विस्फोट से छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना सोमवार, 21 अक्टूबर 2024 की रात को हुई जब एक बीमार महिला की देखभाल के लिए रखा गया ऑक्सीजन सिलेंडर अचानक फट गया। इस हादसे में महिला और उसके परिवार के पाँच अन्य सदस्य, जिसमें उनके पति और तीन साल की पोती भी शामिल हैं, की मौत हो गई। यह घटना पूरे इलाके में शोक की लहर ले आई है और लोगों के मन में सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
ऑक्सीजन सिलेंडर विस्फोट: एक त्रासदी
घटना का विवरण और पीड़ित परिवार
सोमवार रात लगभग 8:30 से 9:00 बजे के बीच आशापुरी कॉलोनी में स्थित एक दो मंजिला घर में यह भीषण हादसा हुआ। 45 वर्षीय रुखसाना, जो हाल ही में अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आई थीं, उनके पति 50 वर्षीय रियाज़ुद्दीन, उनके 26 वर्षीय बेटा आज़ मोहम्मद, 16 वर्षीय बेटा सलमान, 24 वर्षीय बेटी तमन्ना और उनकी 3 वर्षीय पोती हिबज़ा की मौत हो गई। घर में 19 सदस्य रहते थे और विस्फोट के कारण घर का आंशिक रूप से ढह गया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को घर लाया गया, जिससे पूरा इलाका शोक में डूब गया।
पड़ोसियों और बचाव दलों की प्रतिक्रिया
पड़ोसियों ने बताया कि विस्फोट की आवाज़ बहुत तेज थी और एक लाल चमक के साथ अंधेरा छा गया। घर के अंदर फंसे लोगों को निकालने के लिए मोबाइल फोन की टॉर्च का इस्तेमाल किया गया। एंडीआरएफ के अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया था, जब एंडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुँची। एंडीआरएफ ने कुत्तों की मदद से, तकनीकी खोज और शारीरिक खोज आदि विधियों का उपयोग करके सुनिश्चित किया कि मलबे में कोई भी जीवित व्यक्ति नहीं बचा है। बचाव कार्य में एंडीआरएफ, दमकल, पुलिस, चिकित्सा और स्थानीय प्रशासन के कर्मी शामिल थे। घर की छत की लोहे की बीमों को गैस कटर से काटना पड़ा और मलबे को हटाने के लिए एक उत्खनक का भी इस्तेमाल किया गया।
प्रशासन की कार्रवाई और जाँच
बुलंदशहर के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि सिलेंडर विस्फोट के कारण पूरा घर ढह गया। कुछ अन्य लोगों को चोटें आई हैं, बाकी लोग सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और अधिकारियों को मौके पर पहुँचकर घायलों का इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि बचाव अभियान मंगलवार सुबह पूरा हो गया और सिलेंडर, नोजल आदि मलबे से बरामद कर लिए गए हैं। हालांकि, विस्फोट के कारणों की अभी जाँच जारी है और पुलिस ने इस मामले में जाँच शुरू कर दी है।
सुरक्षा संबंधी चिंताएँ और भविष्य के उपाय
यह घटना एक बार फिर से गैस सिलेंडरों की सुरक्षा और उनके उपयोग से जुड़ी चिंताओं को उजागर करती है। घटना की गंभीरता को देखते हुए, यह जरूरी है कि सरकार और संबंधित अधिकारी गैस सिलेंडरों की सुरक्षा और नियमित निरीक्षण पर कड़ाई से ध्यान दें। जनता को भी सुरक्षा संबंधी सावधानियों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, ऐसी आपात स्थिति के लिए प्रभावी बचाव योजना और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार किए जाने चाहिए, जिससे भविष्य में होने वाली ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके और पीड़ितों की मदद समय पर हो सके। यह त्रासदी न केवल एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है बल्कि एक कठोर सबक है जो हमें सुरक्षा के प्रति और अधिक सजग रहने के लिए प्रेरित करता है।
Take Away Points:
- बुलंदशहर में ऑक्सीजन सिलेंडर विस्फोट से छह लोगों की मौत हो गई।
- विस्फोट से घर का आंशिक रूप से ढह गया।
- बचाव कार्य में एंडीआरएफ, पुलिस, और स्थानीय प्रशासन ने भाग लिया।
- घटना के कारणों की जांच जारी है और सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं।
- भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े उपायों की आवश्यकता है।