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यूपी एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: हाथरस के जिओ मैनेजर का अपहरण करने वाले बदमाश गिरफ्तार!

क्या आप जानते हैं कि कैसे हाथरस के एक जिओ फाइबर मैनेजर का अपहरण कर लिया गया था और फिर पुलिस ने एक जबरदस्त कार्रवाई में उन्हें कैसे बचाया? यह कहानी है रोमांच, साहस और पुलिस की तेज तर्रार कार्रवाई की, जो आपको हैरान कर देगी! अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी, लेकिन यूपी एसटीएफ और हाथरस पुलिस ने मिलकर अपराधियों को नाके चने चबाने पर मजबूर कर दिया। आइये जानते हैं पूरी कहानी…

हाथरस जिओ मैनेजर का अपहरण: एक चौंकाने वाली घटना

1 जनवरी को, हाथरस में जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज का अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने अभिनव के परिवार से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी, जिससे उनके परिवार में हड़कंप मच गया। यह घटना पूरे इलाके में दहशत फैला गई थी। लोगों में डर का माहौल था। हर कोई सोच रहा था कि क्या अगला शिकार वह होगा? ये घटना किसी थ्रिलर मूवी से कम नहीं थी।

अपहरणकर्ताओं ने किया था टिल्लू ताजपुरिया गैंग का नाम इस्तेमाल

अपहरणकर्ता खुद को कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के गैंग से जुड़ा हुआ बता रहे थे। लेकिन जांच में पता चला कि ये लोग खुद एक गैंग बनाकर पैसे कमाने के लिए इस अपराध को अंजाम दिया। यह खुलासा और भी चौंकाने वाला है। उन्होंने सिर्फ डर का माहौल बनाने के लिए इस कुख्यात गैंग का नाम इस्तेमाल किया था।

यूपी एसटीएफ का काउंटर ऑपरेशन: एक सफल बचाव

यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और हाथरस पुलिस ने मिलकर एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। उन्होंने अपहरणकर्ताओं का पीछा किया और 4 जनवरी को मुरादाबाद के सिविल लाइंस इलाके में एक मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पुलिस ने अभिनव भारद्वाज को सुरक्षित रूप से छुड़ा लिया। यह एक बड़ी सफलता थी।

मुठभेड़ में एक अपहरणकर्ता हुआ घायल

इस मुठभेड़ में एक अपहरणकर्ता घायल भी हो गया, उसे गोली लगी। घायल बदमाश की पहचान विशाल के रूप में हुई है, जो अल्मोड़ा का रहने वाला है। पुलिस ने दो अन्य अपहरणकर्ताओं सुजाल कुमार और करन बिष्ट को भी गिरफ्तार कर लिया। यह साबित करता है कि पुलिस हमेशा अपराधियों से कई कदम आगे है।

अपहरणकर्ताओं के पास से बरामद सामान

पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के पास से घटना में प्रयुक्त कार, 50,000 रुपये नकद, स्कूटी, मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किए। यह सफलता पुलिस की मेहनत और कार्यकुशलता को दर्शाता है। इन सबूतों के साथ अब अपराधियों को सजा मिलने में मदद मिलेगी। यह सबूत दिखाते हैं कि पुलिस ने बेहद सावधानी और तैयारी के साथ काम किया।

अभिनव भारद्वाज का अल्मोड़ा ले जाया गया था

यह चौंकाने वाला है कि अपहरणकर्ता अभिनव भारद्वाज को अपहरण के बाद अल्मोड़ा ले गए थे। ये अपहरणकर्ता टिल्लू ताजपुरिया गैंग का नाम लेकर फिरौती मांग रहे थे, जो कि झूठा साबित हुआ। पुलिस ने फिरौती देने के बहाने ही इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और अपराधियों को पकड़ लिया।

Take Away Points

  • यूपी एसटीएफ ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता साबित कर दी।
  • अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी के साथ काम किया।
  • यह घटना यह दिखाती है कि अपराधियों को बच निकलने का कोई मौका नहीं है।