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केजरीवाल की नई योजना: पुजारी और ग्रंथी सम्मान योजना से चुनावी गणित का खेल?

दिल्ली चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी ने एक और नई योजना की घोषणा कर सबको चौंका दिया है. क्या ये सिर्फ एक चुनावी जुमला है या सच में दिल्ली के पुजारियों और ग्रंथियों को मिलेगा सम्मान? आइए जानते हैं इस योजना के बारे में सबकुछ!

पुजारी और ग्रंथी सम्मान योजना: क्या है इसमें खास?

इस योजना के तहत दिल्ली के मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने 18,000 रुपये की सम्मान राशि देने का वादा किया गया है. अरविंद केजरीवाल का दावा है कि यह देश में पहली ऐसी योजना है जो धार्मिक गुरुओं के कल्याण पर केंद्रित है. उन्होंने कहा, "पुजारी हमारे सुख-दुख में हमारे साथ रहते हैं, लेकिन आज तक किसी ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया." इससे साफ है कि यह योजना सिर्फ आर्थिक सहायता से बढ़कर एक सम्मान और पहचान देने का प्रयास भी है.

क्या यह योजना चुनावी हथकंडा है?

इस योजना की घोषणा से सियासी गलियारों में कई सवाल उठ रहे हैं. कई लोग इसे चुनावों को ध्यान में रखकर की गई एक चाल बता रहे हैं, जिससे हिंदू और सिख समुदाय के वोटों को AAP के पक्ष में करने की कोशिश की जा रही है. आम आदमी पार्टी के विरोधियों का कहना है कि यह एक तरह का वोट बैंक की राजनीति है.

योजना का क्रियान्वयन और विरोध

योजना के लिए 31 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन शुरू होने हैं. अरविंद केजरीवाल खुद लोगों के बीच जाकर रजिस्ट्रेशन करवाने का दावा करते हैं. लेकिन, महिला सम्मान योजना के रजिस्ट्रेशन में हुई अनियमितताओं के बाद इस योजना पर भी सवालिया निशान हैं. दिल्ली के उपराज्यपाल ने महिला सम्मान योजना के रजिस्ट्रेशन की जांच के आदेश दे दिए हैं. बीजेपी ने AAP पर आरोप लगाया है कि वे लोगों की निजी जानकारी जुटा रहे हैं.

क्या BJP रोक रही है पंजीकरण?

AAP नेता बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं कि वह इस योजना के रजिस्ट्रेशन में बाधा डाल रही है. अरविंद केजरीवाल का कहना है कि BJP इस योजना को रोकने की कोशिश कर रही है क्योंकि उन्हें दिल्ली चुनाव में हार का डर सता रहा है. उन्होंने बीजेपी को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने इस योजना के रजिस्ट्रेशन में बाधा डाली तो उन्हें पाप लगेगा.

क्या दिल्ली में 'ऑपरेशन लोटस' चल रहा है?

AAP ने बीजेपी पर नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 'ऑपरेशन लोटस' चलाने का आरोप लगाया है. AAP का कहना है कि BJP वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर नाम हटाने और नए नाम जोड़ने की कोशिश कर रही है ताकि AAP को हराया जा सके. हालांकि, BJP ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है.

एक सीट पर ही केंद्रित ऑपरेशन लोटस?

सवाल यह है कि अगर BJP सिर्फ अरविंद केजरीवाल को हराने की कोशिश कर रही है तो उसे पूरी दिल्ली में AAP को हराना होगा, न कि सिर्फ एक सीट पर. इससे स्पष्ट नहीं है कि BJP का असली मकसद क्या है. क्या यह एक सीट पर ही केंद्रित ऑपरेशन लोटस है, या कुछ और है?

निष्कर्ष: क्या सच है और क्या नहीं?

इस पूरे मामले में कई तरह की बातें चल रही हैं, जिनमें कई सवालों के जवाब ढूंढने की जरुरत है. क्या ये योजना सच्ची है? या फिर ये भी वोट हासिल करने का ही एक हथकंडा है? क्या बीजेपी वास्तव में रजिस्ट्रेशन में बाधा डाल रही है, या ये भी सिर्फ AAP का दावा भर है? दिल्ली के मतदाताओं को सतर्क रहने की जरूरत है.

टेक अवे पॉइंट्स:

  • आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव से पहले पुजारी और ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा की है.
  • इस योजना से जुड़े कई विवाद सामने आये हैं जिनपर जाँच चल रही है.
  • इस योजना को चुनावी हथकंडा भी माना जा रहा है.
  • बीजेपी पर 'ऑपरेशन लोटस' चलाने के आरोप भी लगे हैं.
  • मतदाताओं को चुनावी वादों और दावों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।