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महोबा कांस्टेबल की बाइक चोरी: पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

महोबा जिले में तैनात एक कांस्टेबल की बाइक चोरी की घटना ने पुलिसिया कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में कांस्टेबल अरुणेश कुमार ने चांदपुर थाने की अमौली चौकी प्रभारी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। क्या है पूरा मामला, जानने के लिए आगे पढ़ें।

चोरी की घटना और पुलिस की कथित लापरवाही

अरुणेश कुमार के अनुसार, उनके भाई अंजुलेश की बाइक 9 नवंबर की रात अमौली कस्बे के वृंदावन गेस्ट हाउस से चोरी हो गई थी। गेस्ट हाउस संचालक को घटना की सूचना देने के बावजूद, पुलिस ने कार्रवाई में देरी की, जिससे कांस्टेबल में आक्रोश फैल गया। काफी प्रयासों और वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद 18 नवंबर को मामला दर्ज किया गया, लेकिन गेस्ट हाउस संचालक के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

FIR दर्ज होने में हुई देरी: कांस्टेबल का आरोप

कांस्टेबल अरुणेश ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनकी बाइक चोरी की एफआईआर दर्ज करने में जानबूझकर देरी की। बार-बार संपर्क करने और शिकायत करने के बावजूद भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे उनका गुस्सा बढ़ता गया। वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर कांस्टेबल ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।

एएसपी ने जांच के आश्वासन दिए

इस मामले में एएसपी विजय शंकर मिश्र ने बताया कि मामला 18 नवंबर को पंजीकृत कर लिया गया है और जांच चल रही है। हालांकि उन्होंने कांस्टेबल के आरोपों को निराधार बताया है, लेकिन उन्होंने जांच की गंभीरता से सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।

क्या है इस घटना का सबक?

यह घटना पुलिस विभाग के भीतर ही अनुशासनहीनता और कार्य में लापरवाही के गंभीर मुद्दे को उजागर करती है। यह सवाल उठाती है कि अगर विभाग का ही एक सदस्य इस तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है, तो आम जनता की क्या स्थिति होगी? ऐसी घटनाएं जनता के विश्वास को कम करती हैं और पुलिस विभाग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करती हैं। इस घटना से यह भी पता चलता है कि सोशल मीडिया आजकल अपनी आवाज उठाने और इंसाफ पाने का कितना कारगर माध्यम बनता जा रहा है।

Take Away Points

  • महोबा में कांस्टेबल की बाइक चोरी की घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
  • पुलिस ने कथित तौर पर एफआईआर दर्ज करने में देरी की।
  • सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने मामले को व्यापक प्रचार दिया है।
  • एएसपी ने जांच शुरू करने की बात कही है।
  • यह घटना पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता और लापरवाही को दर्शाती है।