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मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में उमड़ेगा श्रद्धालुओं का सागर: रेलवे ने चलाईं 150 से अधिक स्पेशल ट्रेनें

क्या आप जानते हैं कि मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में कितनी विशाल भीड़ उमड़ती है? लाखों श्रद्धालु संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए आते हैं और इस भीड़ को संभालना एक बड़ी चुनौती होती है। लेकिन इस बार प्रयागराज रेलवे मंडल ने कामयाबी के साथ इस चुनौती का सामना करने की तैयारी पूरी कर ली है। रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए 150 से ज़्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है! आइए जानते हैं इस भव्य आयोजन की पूरी जानकारी।

प्रयागराज रेलवे स्टेशनों से चलेंगी 150 से ज़्यादा स्पेशल ट्रेनें

प्रयागराज रेलवे मंडल ने मौनी अमावस्या, 29 जनवरी 2024 को होने वाले इस विशाल महाकुंभ स्नान के लिए पूरी तैयारी कर ली है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, 150 से ज़्यादा स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज के सभी नौ स्टेशनों से विभिन्न दिशाओं में चलाई जाएंगी। इससे श्रद्धालुओं को आसानी से प्रयागराज पहुँचने में मदद मिलेगी। ये ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन सहित सभी प्रमुख स्टेशनों से चलेंगी, जिससे हर कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी। रेलवे द्वारा की गई ये तैयारियां वाकई में काबिले तारीफ हैं, जिससे इतने बड़े आयोजन में भीड़ को नियंत्रित करना आसान होगा।

यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएँ

रेलवे ने यात्रियों के लिए सुविधाओं में भी बड़ा सुधार किया है। कलर-कोड आधारित टिकटिंग सिस्टम और बेहतर शेल्टर व्यवस्था से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी। रेलवे का प्रयास है कि श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

नियमित ट्रेनें भी चलेंगी समय पर

प्रयागराज रेलवे मंडल के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों के साथ ही सभी नियमित ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय पर चलेंगी। इससे यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं होगी। मालवीय जी के इस बयान से यात्रियों को एक बेहतर यात्रा अनुभव की उम्मीद बंधती है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी ट्रेन के संचालन में कोई व्यवधान ना आए, और यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचने में सहायता मिले।

रिकॉर्ड संख्या में स्पेशल ट्रेनें

एक दिन में 150 से ज़्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाना एक नया रिकॉर्ड होगा। पहले 2019 के कुंभ मेले में केवल 85 ट्रेनें चलाई गई थीं। इस बार रेलवे ने अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ी है। यह योजना श्रद्धालुओं के आवागमन को सुचारू बनाने में मदद करेगी और उन्हें सुविधानुसार यात्रा का अवसर प्रदान करेगी। हर चार मिनट में एक ट्रेन चलाने का लक्ष्य है, जिससे भीड़ प्रबंधन में भी मदद मिलेगी।

महाकुंभ में रेलवे की अहम भूमिका

मकर संक्रांति के दौरान रेलवे ने 101 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं, जिससे लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया। अब तक महाकुंभ में 9 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। रेलवे का प्रयास है कि हर श्रद्धालु को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अवसर मिले।

रेलवे की पूरी तैयारी

रेलवे मंडल ने इस विशाल भीड़ को संभालने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखते हुए रेलवे हर संभव कोशिश कर रहा है, जिससे महाकुंभ एक सुचारू और शांतिपूर्ण आयोजन बने।

Take Away Points

  • प्रयागराज रेलवे मंडल ने मौनी अमावस्या पर 150 से ज़्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है।
  • यह ट्रेनें प्रयागराज के सभी नौ स्टेशनों से विभिन्न दिशाओं में चलाई जाएंगी।
  • यात्रियों के लिए कलर-कोड आधारित टिकटिंग और बेहतर शेल्टर व्यवस्था लागू की गई है।
  • सभी नियमित ट्रेनें भी अपने तय समय पर चलेंगी।
  • रेलवे मंडल ने इस विशाल भीड़ को संभालने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।