यूट्यूब से सीखा बैंक लूटना: एक बीएससी छात्र की हैरान कर देने वाली कहानी!
क्या आप जानते हैं कि एक बीएससी का छात्र, अपने पिता के दबाव में आकर, यूट्यूब वीडियो देखकर बैंक लूटने की योजना बनाता है? कानपुर में हुए इस सनसनीखेज घटनाक्रम ने सभी को हैरान कर दिया है। यह घटना इतनी अविश्वसनीय है कि आप इसे पढ़कर दंग रह जाएँगे। लविश मिश्रा नाम का यह युवक, पैसे कमाने के लिए इतना बेताब था कि उसने बैंक लूटने का रास्ता चुना। आइए जानते हैं इस पूरी कहानी को विस्तार से…
यूट्यूब पर बैंक लूटने के वीडियो देखकर बनाई योजना
यह कहानी शुरू होती है उत्तर प्रदेश के कानपुर से, जहाँ लविश मिश्रा नाम का एक युवक बीएससी तीसरे साल का छात्र है। वह आईटीआई की पढ़ाई भी कर रहा था। उसके पिता एक किसान हैं और भाई दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में काम करता है। लविश पैसे की कमी से जूझ रहा था, और पिता के बार-बार कहने पर कि "खुद काम करना शुरू करो", उसका मन घबरा गया। पैसे कमाने के लिए उसने एक ऐसा रास्ता चुना जो हर किसी को हैरान कर सकता है। वह यूट्यूब पर बैंक लूटने के वीडियो देखने लगा!
अकेले लूटने वालों के वीडियो पर ध्यान
एक साल तक उसने यूट्यूब पर बैंक लूटने के वीडियो देखे। लेकिन खास बात यह थी कि वह उन वीडियो पर ज्यादा ध्यान देता था, जिनमें एक शख्स अकेले ही बैंक को लूट रहा हो। उसने हर वीडियो को बारीकी से देखा, समझा और खुद बैंक लूटने की एक विस्तृत योजना बना डाली।
हथियारों से लैस, साइकिल से पहुँचा बैंक
शनिवार सुबह लगभग 10 बजे लविश मिश्रा एक साइकिल पर घाटमपुर स्थित स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (पतारा ब्रांच) के बाहर पहुँचा। उसके पास एक तमंचा, चाकू, सर्जिकल ब्लेड और सूजा का बोरा था। वह बैंक के अंदर घुस गया। गार्ड ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने गार्ड पर चाकू से हमला कर दिया!
काबू में किया गया लविश
लेकिन उसकी यह योजना कामयाब नहीं हो पाई। बैंक के कर्मचारियों ने हिम्मत दिखाते हुए मिलकर उसे काबू कर लिया और रस्सी से बाँध दिया। इस दौरान बैंक मैनेजर और दो अन्य कर्मचारी घायल हो गए। लविश भी घायल हुआ और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस की पूछताछ में खुलासा
पुलिस ने लविश के मोबाइल की जांच की तो लगभग 50 वीडियो मिले, जो बैंक लूटने से जुड़े थे। पूछताछ में पता चला कि उसने एक दिन पहले भी बैंक की रेकी की थी। पहले उसने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने उसे बैंक लूटने के लिए मजबूर किया था, लेकिन बाद में उसने अपना झूठ स्वीकार कर लिया।
गर्लफ्रेंड नहीं, पैसों की थी चाहत
पुलिस ने जब उससे पूछा कि क्या उसकी कोई गर्लफ्रेंड है तो उसने मना कर दिया। यह साफ है कि उसका मकसद सिर्फ पैसा कमाना था। पिता का कहना था कि वो बच्चे को पैसे कमाने को कहता था पर बच्चा इतना आगे नहीं बढ़ना चाहिए था।
गिरफ्तारी के बाद भी नहीं दिखा पछतावा
लविश की गिरफ्तारी के बाद सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि उसे पकड़े जाने का कोई पछतावा नहीं था। वह थाने में बेफिक्र घूमता रहा। उसका अंदाज एक ऐसे शख्स जैसा था जिसने कुछ गलत नहीं किया हो। यह पूरी घटना एक सबक है कि जीवन में शॉर्टकट अपनाने से बचना चाहिए।
Take Away Points
- यूट्यूब पर मिलने वाली जानकारी हमेशा सही नहीं होती।
- पैसे कमाने के लिए सही और ईमानदार तरीके अपनाने चाहिए।
- अपनी गलतियों से सबक सीखना जरुरी है।
- जल्दबाजी में लिए गए फैसले भारी पड़ सकते हैं।