img

सरकार ने जब चाइनीज एप पर प्रतिबंध लगाया तो कुनाल को भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने का सही समय मिला और उन्होंने चीनी एप कैम स्कैनर की जगह भारत कैम स्कैनर एप बनाया। महज छह माह में उनके एप को साढे़ छह लाख से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं।

 

ताजनगरी के शाहगंज केदार नगर निवासी कुणाल पसरीचा पर ने वर्ष 2017 में आगरा के आरबीएस इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक किया था। इसके बाद डेढ़ साल तक एक कंपनी में नौकरी की। इसके बाद उन्होंने अपना काम शुरू किया। ऐसे में जून में भारत सरकार ने 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगाया। इसमें डाक्यूमेंट को स्कैन करने वाला कैम स्कैनर एप भी था। इस एप का इस्तेमाल स्टूडेंट, सीए और दूसरे प्रोफेशनल करते थे। ऐसे में एप बैन होने से ऐसे लोगों को परेशानी हो रही थी। कुणाल ने एक जुलाई को चीनी एप की जगह अपना एप बनाने की सोची।

 

इसके लिए उन्होंने अपने पटना निवासी साथी प्रज्ज्वल से बात की। बस इसके बाद उन्होंने एप बनाने का काम शुरू किया। छह दिन की मेहनत के बाद छह जुलाई को उन्होंने एप बना कर गूगल प्ले स्टोर पर लांच कर दिया। कुणाल ने बताया कि उस समय कोई भारतीय स्कैनर एप लांच नहीं  हुआ था। हर दिन लाेग इसको डाउनलोड कर रहे हैं। यह एप पूरी तरह निश्शुल्क है।